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बूढ़े रशीद अंकल की रांड बन गई

Posted on:- 2024-09-21


हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम पद्मिनी है और मेरी उम्र 29 साल है. में बहुत सेक्सी और कामुक औरत हूँ और मेरा फिगर 36-28-38 है. मैंने नोटीस किया है कि मेरी कॉलोनी के लड़के मुझे घूरते है और चाहते है कि वो मेरे साथ सेक्स करें. मेरे पति अक्सर बिज़नेस के सिलसिले में बाहर ही रहते है, मेरे घर के सामने एक आंटी रहती है जिनके पति की उम्र लगभग 49 साल है, उनका नाम फारुख अंकल है, वो अक्सर हमारे घर आते रहते है और घंटो बिना काम के बैठे रहते है. मैंने देखा है कि कई बार वो मुझे ही घूरते रहते है और अपने लंड को सहलाते है.

 

एक बार की बात है मेरे पति घर पर नहीं थे और देवर जी भी स्कूल गये थे, तो फारुख अंकल घर आए और टीवी ऑन करके बैठ गये. फिर मैंने अंकल को पानी दिया, मैंने उस टाईम मैक्सी पहनी हुई थी और अंदर बस पेंटी पहनी थी, मेरे बूब्स हिलते हुए दिख रहे थे. फिर जैसे ही में पानी देने के लिए झुकी तो अंकल मुझे देखते ही रह गये और मेरे जाने के बाद वो मेरी कमर देखने लगे.

 

अब मुझे कुछ अजीब लगा, ऐसा एक बार नहीं कई बार हुआ था, हमारे बाथरूम में मेरी यूज़ की हुई ब्रा पेंटी अक़्सर पड़ी रहती थी और अंकल जब भी मेरा बाथरूम यूज़ करते तो मेरी ब्रा पेंटी गायब हो जाती थी. अब में समझ चुकी थी कि अंकल के इरादे ख़तरनाक है, लेकिन उनकी उम्र इतनी थी कि में सोचती थी कि इस बूड़े से ये सब कहाँ हो पायेगा, लेकिन में ग़लत थी.

 

एक बार की बात है मेरे पति 19 दिन के लिए बाहर गये थे और देवर जी भी स्कूल पिकनिक के लिए 2-3 दिन के लिए आउट ऑफ स्टेशन गये थे. मेरे पति बोलकर गये थे कि अगर डर लगे तो सामने वाली आंटी के घर जाकर सो जाना और सच में मुझे डर लगने लगा और ना चाहते हुए भी में करीब 8 बजे आंटी के यहाँ गई, तो फारुख अंकल ने दरवाज़ा खोला और मुझे देखते ही उनके चेहरे पर एक स्माइल आ गई. फिर वो बोले कि पद्मिनी बेटा अंदर आओ. फिर मैंने पूछा कि आंटी कहाँ है? तो वो बोले कि आंटी तो अपनी बहन के घर गई है और कल शाम तक आयेगी.

 

फिर मैंने अपने घर जाना ठीक समझा, लेकिन अंकल जिद करके मुझे जाने नहीं दे रहे थे. फिर उन्होंने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोले कि नहीं यही सो जाओ और मेरी पीठ सहलाने लगे. अब मुझे अजीब सा करंट लगा और फिर में उनके बेडरूम में गई और अपना बेड ठीक करने लगी तो मैंने देखा कि मेरी ब्रा पेंटी उनके गद्दे के नीचे रखी हुई थी. मैंने उस रात काले कलर की मैक्सी और अंदर ग्रीन ब्रा पेंटी पहनी हुई थी. फिर जैसे ही में अंकल से इनके बारे में पूछने के लिए मुड़ी तो में अंकल से टकरा गई, वो मेरे पीछे ही खड़े थे.

 

अब मेरे बूब्स उनकी छाती से दब गये तो मैंने हड़बड़ाते हुए पूछा कि अंकल ये मेरे अंडरगार्मेंट्स यहाँ कैसे? तो वो बोले पद्मिनी आई लव यू, में तुम्हारे भोसड़ी  के साथ खेलना चाहता हूँ. फिर मैंने विरोध करते हुए कहा कि अंकल आप प्लीज हद में रहिये, ये सब ग़लत है, आप मेरे पापा की उम्र के है. फिर उन्होंने मुझे अपनी बाहों में ले लिया और मुझे कसकर पकड़ लिया.

 

अब मेरे शरीर में करंट सा लगा और उन्होंने मेरे होंठो को अपने होंठो से लॉक कर दिया. अब मुझे भी सेक्स चढ़ने लगा था और मेरे हाथ उनकी पीठ पर घूमने लगे थे. अब अंकल को ग्रीन सिग्नल मिलते ही उन्होंने मेरी आँखो में देखा और मुझे बेड पर गिरा दिया.

 

फिर अंकल ने अपनी टी-शर्ट उतारी और अपना लोवर उतार कर कहने लगे कि पद्मिनी आज तुझे जी भरकर चोदूंगा, साली छिनाल तेरी चूचीयों को आज मसल कर तेरी चूत की माँ चोद दूँगा. अब अंकल के मुँह से ये सब सुनकर में डर गई थी, फिर उन्होंने मेरी मैक्सी खींचकर फाड़ डाली और मेरी ब्रा पेंटी को एक झटके में चीरकर फाड़ डाला, अब में बिल्कुल नंगी थी.

 

फिर उन्होंने मुझे अपनी गोद में उठाया और मुझे जकड़कर मेरे लिप्स को किस करने लगे. अब वो बिल्कुल किसी 25 साल के लड़के जैसे प्यार करने लगे थे. अब में भी उनका साथ देने लगी थी. फिर 5 मिनट के बाद उन्होंने मुझे बेड पर घोड़ी बना दिया और मेरी गांड को चाटने लगे ओहाआ उउम्म्म्मम आआआहह फारुख अंकल में मर गई, ऐसी सिसकारियां अब मेरे मुँह से निकलने लगी थी. फिर में सीधी हुई और अपने बूब्स उनके मुँह में डाल दिए.

 

अब अंकल मेरे निपल को काटने और चूसने लगे और दूसरे बूब्स को अपने हाथ से दबा रहे थे. फिर 10 मिनट में उन्होंने मेरे बूब्स को निचोड़ कर मसल डाला और फिर मैंने अपना हाथ उनकी अंडरवियर पर रखकर उनके लंड का जायज़ा लिया, ओह इतना मोटा था.

 

फिर उन्होंने मेरा गला पकड़ा और बोले कि पद्मिनी छिनाल आज तुझे मेरे लंड की ताक़त दिखाता हूँ और उन्होंने मेरे मुँह के सामने अपना लंड निकाल कर रखा, आह्ह्ह इतना बड़ा जैसे ही मैंने ये कहा तो उन्होंने मेरे मुँह में अपना लंड डाल दिया.

 

अब में भी उसे मज़े से चूसने लगी, फिर उन्होंने मेरा मुँह चोदना शुरू किया और मेरे गले तक अपना लंड उतार दिया. अब अंकल पागल हो रहे थे और मुझे अपनी रखेल की तरह चोद रहे थे. फिर अंकल ने अब मेरे गाल पर थप्पड़ मारना शुरू किया और बाल पकड़ कर ज़मीन पर गिरा दिया और बोले कि मादरचोद तेरी माँ की चूत, आज तेरे बदन को नोच लूँगा और मुझे लात से मारने लगे.

 

फिर मुझे उठाकर बेड पर पटक दिया और मेरी चूत पर अपना मुँह लगाकर चूसने लगे और काटने लगे. अब में सहन नहीं कर पा रही थी तो मैंने कहा कि अंकल प्लीज चोदो ना अपनी पद्मिनी को. तो उन्होंने मेरे मुँह पर एक ज़ोरदार थप्पड़ लगा दिया और मेरी टाँगे खोलकर अपना लंड मेरी गांड के छेद में एक झटके में डाल दिया, तो मेरी आँखे बाहर आ गई और में चिल्ला पड़ी आआआहह रशिद साले कुत्ते.

 

अब मेरा इतना कहना था कि अंकल ने मेरे बाल पकड़े और मुझे थप्पड़ पर थप्पड़ मारने लगे. अब साथ ही वो मेरी गांड को स्पीड से चोद रहे थे, साली मादरचोद आज हाथ लगी है तू, तुझे तो आज मार डालूँगा, देख आज तेरी चूत का क्या हाल करता हूँ? 7 दिन तक तुझे यहीं रखूँगा और ऐसे ही चोदूंगा और तुझे अपनी रांड बनाऊंगा.

 

फिर में बोली कि हाँ बना लो अपनी रांड, ओह अंकल मेरी गांड, फिर उन्होंने अपना लंड बाहर निकाला और मेरी चूत में पूरा डाल दिया और धक्के मारने लगे और साथ में ही मेरे बूब्स को बुरी तरह से दबाने लगे. फिर उन्होंने करीब 20 मिनट तक मेरी चूत मारी और इस बीच उन्होंने मुझे बहुत थप्पड़ मारे और मुझे गालियाँ दी.

फिर अंकल ने अपना लंड बाहर निकाला और चिल्लाते हुए बोले कि ओह आआहह पद्मिनी माँ की लोड़ीईईईईईई कहते हुए मेरे मुँह पर अपना वीर्य निचोड़ दिया. उनका वीर्य इतना गाढ़ा और पीला था कि मेरा मुँह भर गया और फिर वो मेरी साईड में लेट गये. अब में उठकर जाने लगी तो उन्होंने मेरी टाँग पकड़ ली और बोले कि मादरचोद जा कहाँ रही है, चल मेरा लंड चूस और मुझसे अपना गीला चिपचिपा लंड चुसवाया. फिर में भी वही सो गई, अब अंकल हमेशा घर आते है और मौका पा कर मुझे चोदते है. अब तो उनके बूड़े दोस्तों से भी वो मुझे मिलवाते है और चुदवाते है. अब में फारुख अंकल की रखैल बन गई थी.

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