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ससुराल में तीन मर्दो की रंडी

Posted on:- 2024-07-18


नमस्कार साथियों.. मेरा नाम गण्डकी है और मेरी उम्र 21 साल है. मैं बहुत गोरी और सेक्सी फिगर की लड़की हूँ. हमारे बूब्स ज्यादा बड़े तो नहीं.. लेकिन मैं बहुत ज्यादा सेक्सी हूँ. मेरा फिगर 32-34-38 है. मेरी गांड को देखकर कई लोगों के लंड पानी छोड़ देते है और मैं राजस्थान के एक छोटे से शहर बड़ोदरा की रहने वाली हूँ. दोस्तों आज मैं जिस कहानी को आप सभी के सामने लेकर आई हूँ.. यह कहानी नहीं.. हमारे साथ हुई एक सच्ची घटना है. जिसने मेरी पूरी जिन्दगी ही बदल कर रख दी. दोस्तों यह मेरी पहली कहानी है और अगर मुझसे इसमें कोई भी गलती हो तो प्लीज मुझे माफ़ करें. दोस्तों हमारे पिता बहुत ही ग़रीब है और मैंने अपनी पढ़ाई बहुत ही गरीबी की हालत में पूरी की है. मैं पढ़ाई और घर के सभी कामों में बहुत अच्छी हूँ. लेकिन वक्त से पहले ही दिखने वाले हमारे सेक्सी बदन की वजह से हमारे पापा ने एक साल पहले मेरी शादी पास ही के गावं के एक ज़मींदार के 20 साल के बेटे से करवा दी. अभी तो मैंने अच्छे से अपनी जिन्दगी के वो दिन भी नहीं देखे थे जिसमे मुझे कोई अपनी निगाह से घूरकर देखे. उसके गद्देदार चूतर अलग से दिखाई देते है.

 

हमारे सेक्सी बदन को देखकर शादी में ज़मींदार ने हमारे पिताजी से दहेज में कुछ भी नहीं लिया. बस यह कहा कि शादी के बाद लड़की कभी अपने बाप के घर नहीं जाएगी और इसके बाद मेरी शादी एक आम शादी की तरह हुई.. लेकिन मुझे उनकी नजरें ठीक नहीं लगती थी. हमारे ससुराल में मेरी सास, ससुर मेरा पति और मेरा देवर रहते है. हमारे ससुर ठाकुर ज़मींदार 45 साल के है और मेरी सास 40 साल की और देवर की उम्र 25 साल है. वो मेरी शादी के बाद का घर में पहला दिन था और सभी मेहमानों के जाने के बाद में थोड़ा आराम करने लेट गई. तभी अचानक से मेरी सास कमरे में आई और बोली कि रंडी साली कुतिया तू अभी तक सोई पड़ी है.. चल उठ साली हरामजादी. तो मैं जल्दी से कांपती हुई उठकर खड़ी हो गई.

 

इसके बाद सास बोली कि अभी तो तेरी मुहं दिखाई बाकी है और अब तू इस घर के कुछ नियम सीख ले.. घर पर तुझे सब रंडी या गालियाँ देकर ही बुलाएँगे और तुझे घर में एक नौकरानी की तरह बाकी नौकरो के साथ काम करना पड़ेगा. मैं जो कपड़े दूँगी तू वो ही पहनेगी और तू किसी भी काम के लिए कभी भी मना नहीं करेगी. इसके बाद मैं यह सब बातें सुनकर बहुत डर गयी. तो इसके बाद मेरी सास ने मुझे इसके आगे बताया कि तू इस घर की रंडी बनकर रहेगी. आज तेरा मुहं और चूत दिखाई होगी.. तू घर के सभी मर्दों को खुश और संतुष्ट करेगी. यह बात सुनकर तो मैं बहुत चकित रह गई और इसके बाद उन्होंने अपने साथ लाए कपड़े मुझे दिए और कहा कि नहाकर यह कपड़े पहनकर अपने ससुर के कमरे में आ जाना और थोड़ा जल्दी.. वरना मैं तेरा बहुत बुरा हाल करूँगी कि तू जिन्दगी भर नहीं भूलेगी. तो मैं जल्दी से बाथरूम गई और फटाफट नहाकर बाहर आई और जब मैंने वो कपड़े देखे जो मेरी सास ने लाकर मुझे पहनने के लिए दिए थे तो मैं  उन्हें देखकर बहुत हैरान हुई.

 

उसमे सिर्फ़ लाल रंग की एक चोली और घाघरा था.. वो चोली भी बहुत छोटी और सिर्फ़ पीछे एक डोरी से बंधी हुई थी और उसमे से हमारे 32 साईज़ के बूब्स सब बाहर दिख रहे थे और घाघरा इतना छोटा कि मेरी नंगी जांघे दिख रही थी और उसके साथ एक जाली का दुपट्टा था जो कि कुछ भी छुपा नहीं रहा था. इसके बाद मुझे अपने आपको ऐसे दिखाने में बहुत शरम आ रही थी और ऐसे ही मुझे अपने ससुर के सामने जाना था. हमारे ससुराल में सब कमरो के बीच में एक खुला आँगन है और जब मैं अपने कमरे से निकली तो घर के नौकर बंसी और रामू मुझे घूर घूरकर देख रहे थे और तभी इतने में मेरा देवर हमारे पास आया और बोला कि अरे रंडी भाभी तू क्या माल लग रही है? जब मेरा नंबर आएगा तो मैं तेरा वो हाल करूँगा कि तू सोच भी नहीं सकती.. चल अभी के लिए एक चुम्मा ही दे दे और यह कहकर वो ज़बरदस्ती मुझे चूमने लगा.

 

हमारे बूब्स दबाने लगा और यह सब वो नौकरो के सामने ही कर रहा था. इसके बाद वो बोला कि चल कुतिया अभी अपने ससुर को अपनी नई नवेली चूत दिखा और इसके बाद उसने मुझे हमारे ससुर के कमरे के दरवाजे पर छोड़ा. तो अपने देवर के चूमने और हमारे बूब्स दबाने से मेरी चूत गीली हो गयी थी. इसके बाद मैंने दरवाज़ा खटखटाया.. तभी मुझे अंदर से मेरी सास की आवाज़ आई कि रंडी अंदर आ जा और अपने घुटनों पर बैठकर कुतिया बन जा.

 

इसके बाद मैंने दरवाजे से थोड़ा अंदर आकर देखा कि अंदर कमरे में बहुत रोशनी थी और हमारे ससुर कुर्सी पर बैठे थे और मेरी सास बिस्तर पर. तभी ससुर गुस्से में बोले कि साली रंडी हरामजादी तू कितनी देर में आई है चल अब यूँ ही घुटनों के बल बैठकर कुतिया जैसे चलकर हमारे पास आ और हमारे जूते चाट. इसके बाद जब मैं घुटनों पर कुतिया बनने के लिए बैठी तो बिना ब्रा के हमारे दोनों बूब्स चोली के बाहर लटक गये और मेरी नंगी गांड दिखने लगी और मुझे बहुत शरम आ रही थी.. लेकिन हमारे पास और कोई रास्ता भी नहीं था. इसके बाद मैं वैसे ही कुतिया की तरह अपने घुटनों के बल अपने ससुर के पास गयी और उनके जूते चाटने लगी.. मेरा मुहं नीचे अपने काम में लगा हुआ था और मेरी गांड के ऊपर हमारे ससुर अपना एक हाथ फिराकर दबा रहे थे. उन्होंने धोती कुर्ता पहना था. इसके बाद वो मुझसे बोले कि अब तू अपने बूब्स हमारे पैरों पर रगड़ और अपने आपको गालियाँ दे और मेरा लंड माँग.

 

इसके बाद मैंने अपने लटकते हुए बूब्स अपने ससुर के पैरों पर रगडे और गालियाँ देनी शुरू की.. मालिक में रंडी, हरामजादी कुतिया हूँ.. मालिक में आपके लंड की प्यासी हूँ.. मालिक मुझे आपका लंड चूसने दीजिए. मेरी चूत को आप जैसे चाहे मारो.. मालिक मैं आपकी रंडी हूँ. मैं ऐसे कह रही थी तभी उन्होंने अपना लंड धोती से निकाला और हमारे मुहं में डाल दिया और हमारे बाल पकड़ कर ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगे.. उनका लंड हमारे गले तक आ रहा था और उन्होंने जल्दी ही हमारे मुहं में सारा वीर्य का पानी छोड़ दिया और यह सब देख रही मेरी सास भी गरम हो गयी थी और अपनी चूत में उंगली कर रही थी. तो हमारे ससुर ने कहा कि अब जा साली रंडी अपनी सास की चूत चाट.. मुझे लगा कि ससुर जी ने अब मुझे फ्री कर दिया और मैं वैसे की कुतिया बनकर बिस्तर पर सास के पास गयी. उन्होंने अपनी गीली चूत फैला दी और मैं उनकी चूत चाटने लगी.

 

तभी हमारे ससुर पीछे से अपनी छड़ी लेकर आए और मेरी गांड में डाल दी मैं बहुत ज़ोर से चिल्लाई तो मेरी सास ने मुझे चार जोरदार थप्पड़ मारे और गालियाँ दी.. रंडी कमिनी लगता है पहली बार तेरी गांड मारी जा रही है. मैं चुप हो गयी और मेरी सास की चूत वापस चाटने लगी. तो मेरी सास अपनी चूत चटवाते हुए सिसकियाँ ले रही थी और हमारे बूब्स ज़ोर ज़ोर से दबा रही थी. तभी हमारे ससुर ने मेरी चूत में पीछे से ही अपना लंड डाल दिया और कुतिया की तरह चोदने लगे.. मैं बहुत गरम हो गयी थी और मेरी सास भी अब एक बार झड़ चुकी थी.. लेकिन मैं अभी भी आहह आह्ह्ह कर रही थी और कह रही थी और चोदो मुझे और चोदो मुझे.. 10 मिनट चोदने के बाद हमारे ससुर ने अपना लंड मेरी चूत से बाहर निकाला और वीर्य ज़मीन पर झाड़ दिया.. लेकिन मैं अभी तक एक बार भी झड़ी नहीं थी और चुदाई के लिए तड़प रही थी. तो यह देखकर मेरा ससुर बोला कि साली रंडी और चुदना चाहती है ना..

 

इसके बाद मैंने कहा कि जी मालिक तो उन्होंने एक मोटी सी मोमबत्ती ली और मेरी चूत में डाल दी और कहा कि अब उछल साली हरामजादी कुतिया.. अब तू इस मोमबत्ती को और चूत को हाथ मत लगाना और सुबह तक तड़प. इसके बाद मेरी सास बोली कि चल यह ज़मीन पर पड़ा वीर्य सब अपनी जीभ से चाटकर साफ कर. तू नहीं तो क्या तेरी माँ साफ करेगी कुतिया की औलाद और इसके बाद अपने पति के कमरे में जा वो अभी सो रहा होगा.. तू उससे जगाना मत.. बस नंगी होकर और उसका लंड अपने मुहं में डालकर रखना और सुबह लंड चूसते हुए उसे उठा देना. उसे ऐसे ही सोने की आदत है बाकी का काम में तुझे कल सुबह चाय पर बताउंगी.

इसके बाद मैंने सारा वीर्य ज़मीन से चाटकर साफ किया और अपने पति के कमरे में आई और मैंने देखा कि वो नंगा होकर अपने पैर फैलाए सो रहा था और जैसा मेरी सास ने कहा था. मैं अपनी घाघरा चोली उतारकर नंगी होकर अपनी चूत में मोमबत्ती डाले बिस्तर पर गयी और अपने पति का लंड मुहं में डालकर सो गयी. इसके बाद रात को गहरी नींद में मेरा पति हमारे बूब्स अपने दोनों हाथों से मसल रहा था. दोस्तों इसके बाद हमारे पति ने मुझे तड़पा तड़पा कर चोदा और अब मेरा देवर मुझे अपनी रांड बनाकर चोदता है और मेरी सास मुझे बीच आँगन में नंगा करके नौकरो से चुदवाती है और सबके खाना खाते वक़्त में सबका लंड चूसती हूँ और घर के मर्द हमारे बूब्स को चूसते है और हमारे ससुर मुझे अपने कुत्ते के साथ कुतिया बनाकर बेल्ट से बाँधकर रखते है. घर में कोई भी कभी भी मेरी चूत में लंड डाल देता है और ख़ास मेहमनो के सामने मुझे नंगी होकर पहले खाना सर्व करना पड़ता है और इसके बाद मुझे रंडी बनाते है. हर दिन हमारे जिस्म से नया खेल खेलते है. दोस्तों मेरी गीली चूत से आप सभी लोगों को सलाम .. उसके चूत से झकड़.. झकड़.. झकड़.. झप.. झप... की आवाजें आ रही थी. 

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