आप सब कैसे है,क्या हाल चाल मेरे मित्रगणों कैसे है आप सब आशा है अच्छे होंगे और चुदाई के जुगाड़ में होंगे , मेरा नाम शंतोष पकडे है और में हरियाणा से हूँ, मुझे हरियाणा में बहुत रूचि है और में अक्सर हरियाणा स्टोरी पढ़ता हूँ इसलिए में अभी मेरी पहली स्टोरी आपको बताने जा रहा हूँ. ये स्टोरी एक सच्ची घटना पर आधारित है और ये चार लोगों के अनुभव के बारे में है. पहले तो में आप लोगों को मेरे बारे में बता देता हूँ. मेरी उम्र 28 साल है और मेरी एक गर्लफ्रेंड है जो कि मेरी पत्नी बनने वाली है. उसकी एक बड़ी दीदी है जो कि शादीशुदा है और उनके पति एक कंपनी में काम करते है. मोटी गांड वाली लड़कियों की बात ही कुछ और है.
क्या गजब चुदकड़ अंदाज थी ये कहानी मेरी, मेरी गर्लफ्रेंड, उसकी दीदी और जीजा के हरियाणा के बारे में है. में और मेरी गर्लफ्रेंड 4 साल से रिश्ते में है और हमने बहुत बार हरियाणा किया है. वो तो पहले मुझे बोरिंग लगती थी, लेकिन धीरे-धीरे मुझे पता चला कि वो चुदकड़ है. उसकी उम्र 25 साल है और वो 36-B साईज़ की ब्रा पहनती है और उसकी कमर का साईज़ भी 36 है. उसका फिगर मुझे बहुत अच्छा लगता है, क्योंकि मुझे थोड़ी भारी लड़कियां और शादीशुदा भाभीयों में ज़्यादा रूचि है. मेरी गर्लफ्रेंड और में अक्सर हरियाणा करते थे और जब भी मौका मिलता था तो में उसे उसी के घर में जा कर चोद लेता था. उसके घरवालों को भी हमारे रिश्ते के बारे में पता था इसलिए मुझे पूरी आज़ादी मिलती थी. लड़किया क्युआ गजब चुदकड़ होती है दोस्तों.
मेरे मित्रगणों क्या मॉल थी उसकी चुची पीकर मजा आ गया मुझे जीन्स से ज़्यादा औरत और लड़कियां साड़ी में ज़्यादा अच्छी लगती थी और इसलिए जब भी मेरा हरियाणा का मूड होता तो में मेरी गर्लफ्रेंड को एक चुदकड़ साड़ी पहनकर तैयार रहने के लिए बोल देता था. पहले तो में उसके पेटिकोट के नीचे घुसकर उसकी चूत चाटता था और उसके बाद उसकी खूब चुदाई करता था. मै एक नंबर का आवारा चोदा पेली करने वाला लड़का हु मुझे लड़किया चोदना अच्छा लगता है.
मेरे प्यारे दोस्तो चुची पिने का मजा ही कुछ और है फिर कुछ दिन से में ये नोटीस कर रहा था कि मेरी गर्लफ्रेंड दिन पे दिन ज़्यादा चुदकड़ बन रही थी. उसे लड़को को अपना बदन दिखाना शायद बहुत पसंद आता था और इसलिए कभी-कभी वो चुदकड़ साड़ी पहनकर मेरे साथ घूमने निकला करती थी. तब वो लो कट ब्लाउज पहना करती थी. मुझे पहले तो अच्छा नहीं लगता था, लेकिन धीरे-धीरे इसमें मुझे भी मज़ा आने लगा और में उसे हरियाणा करते समय पूछता था कि क्या वो किसी दूसरे मर्द से चुदवायेगी? तो वो तुरंत बोलती थी कि जब भी उसे मौका मिलेगा तो वो ज़रूर चुदवायेगी. ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना लड खड़ा ही हो जायेगा.
मेरे मित्रगणों चुत छोड़ने के बाद सुस्ती सी आ जाती है में ये सुनकर रुक नहीं पाता था और उसे खूब चोदता था. अब में जब भी उसके घर जाता था तो कभी-कभी उसकी दीदी से मिलता था, पहले तो मुझे उसमें रूचि नहीं थी, लेकिन धीरे-धीरे वो मुझे अच्छी लगने लगी थी. और अब वो काफ़ी फ्रेंक रहने लगी थी और उनका फिगर भी बहुत अच्छा था. वो शादीशुदा थी इसलिए उनके पति उन्हें रोज चोदते थे और इसलिए उनके बूब्स भी काफ़ी बड़े थे. क्या बताऊ मेरे मित्रगणों उसको देखकर किसी लैंड टाइट हो जाये.
मेरे मित्रगणों मने बहुत सी भाभियाँ चोद राखी है एक बार उनके एक रिश्तेदार की शादी में मुझे भी बुलाया गया था. शादी शहर के एक मैरिज हॉल में हुई थी और उसके साथ एक रेस्ट हाउस भी था जिसमें कई रूम थे. फिर में उस दिन शादी अटेंड करने गया और जाने से पहले मैंने अपनी गर्लफ्रेंड को एक चुदकड़ साड़ी पहनकर शादी में आने को बोला तो वो भी राज़ी हो गई. फिर जब में शादी में पहुंचा तो मैंने देखा कि मेरी गर्लफ्रेंड तो एक चुदकड़ माल जैसी लग रही थी. उसने एक सफ़ेद स्टोन वाली सिल्क साड़ी पहनी थी और साथ में लो-कट काला ब्लाउज भी पहना था. मेरे मित्रगणों क्या मलाई वाला माल लग रहा था चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए.
साथियो की पुराणी मॉल छोड़ने का मजा ही कुछ और है अब उसे देखते ही मेरे मन में उसे चोदने का प्लान बन गया, लेकिन मैंने बहुत कंट्रोल किया. फिर थोड़ी देर के बाद मैंने उसकी दीदी को देखा, तो वो क्या माल लग रही थी? वो एक काली सिल्क साड़ी और गोल्डन टाईप की चुदकड़ सिल्क लो-कट ब्लाउज पहने थी. उसकी फिगर क्या. लग रही थी? वो पूरी रंडी लग रही थी. उसे देखकर तो मेरा लंड रुक नहीं पा रहा था. अब वो पूरा टाईट हो गया इसलिए मैंने तुरंत मेरी गर्लफ्रेंड से बोला कि चलो रेस्ट रूम में चलते है. फिर रेस्ट रूम में पहुंचते ही मेरी गर्लफ्रेंड बोली कि क्या हुआ? इतनी जल्दी आ गये? कंट्रोल नहीं हो रहा क्या? अब सुनिए चुदाई की असली कहानी.
में – हाँ जान, तुम तो पूरी माल लग रही हो और सभी लड़को की नज़र तुम दोनों बहनों पर ही तो है.
गर्लफ्रेंड – क्या? तुम दीदी को देख रहे थे क्या?
में – हाँ, वो भी क्या माल लग रही थी? फिर मैंने उसे लिप किस किया.
गर्लफ्रेंड – क्यों क्या हुआ? दीदी में आज अपनी बहुत रूचि दिखा रहे हो.
में – हाँ जान, तुम्हारी दीदी बहुत मस्त है, चलो तुम बताओं तुम आज मेरे जाने के बाद और कितने लड़को से चुदवाओगी?
गर्लफ्रेंड – हाँ तुम दीदी को चोद लो, में दो तीन से चुदवा लूँगी.
मेरे मित्रगणों एक बार चोदते चोदते मेरा लंड घिस गया ये सुनकर तो मेरे होश ही उड़ गये, अचानक मुझे ऐसा लगा कि कोई हमारे दरवाजे के बाहर रुका हुआ है और हमारी बातें सुन रहा है. फिर मैंने तुरंत जाकर दरवाजे को खोलना चाहा तो मैंने देखा कि मेरी गर्लफ्रेंड ने दरवाजा लॉक ही नहीं किया था. उसके बाद मैंने दरवाजा खोला तो देखा कि बाहर दीदी खड़ी है और वो हमारी बातें सुन रही थी. मेरे मित्रगणों उस लड़की मैंने चुत का खून निकल दिया.
वहा जबरजस्त माल भी थी मेरे मित्रगणों में तो बहुत नर्वस हो गया और अब मेरा शर्म के मारे बुरा हाल हो गया था. फिर दीदी अंदर आ गई और मेरी गर्लफ्रेंड के पास बैठ गई. अब वो दोनों मुझे देखकर मुस्कुरा रही थी. अब में तो बहुत परेशान हो गया था कि वो दोनों मुझे ऐसे क्यों देख रही थी? फिर मेरी गर्लफ्रेंड बोली कि अरे पागल ये हम दोनों का ही एक प्लान था. हम दोनों देखना चाहते थे कि एक चुदकड़ लड़की को देखकर तुम क्या करोगें? मेरे मित्रगणों चोदते चोदते चुत का भोसड़ा बन गया.
में – लेकिन क्यों?
मेरे मित्रगणों एक बार मैंने अपने गांव के लड़की जबरजस्ती चोद दिया दीदी – अरे शंतोष पकडे सुनो ना, अब क्या शरमाना? तुम्हें तो में पसंद हूँ ही और मुझे भी तुम पसंद हो, अब तुम्हें भी सच्चाई पता चले.
में – कौन सी सच्चाई?
उह क्या मॉल था मेरे मित्रगणों गजब दीदी – सुनो शंतोष पकडे , अब में सीधा-सीधा बोलती हूँ मेरे पति तुम्हारी गर्लफ्रेंड को कभी-कभी चोदते है और हम तीनों मिलकर हरियाणा करते है और हम दोनों ये देखना चाहते थे कि हरियाणा के बारे में तुम क्या चाहते हो? क्या तुम हम लोगों के साथ मजे करोगे? मेरा तो मन ही ख़राब हो जाता था मेरे मित्रगणों .
में – ये कब से चल रहा है?
अब मेरी गर्लफ्रेंड थोड़ी सी घबराई दिख रही थी.
दीदी – शंतोष पकडे ये सब 2 साल से चल रहा है और हम सब को ये बहुत अच्छा लगता है.
क्या बताऊ मेरे मित्रगणों मैंने चुदाई हर लिमिट पार कर दिया अब में तो बहुत उत्तेजित हो गया और में भी तैयार हो गया था. अब दीदी ने तुरंत अपने पति को बुला लिया. अब में बहुत खुश था कि जिस लड़की के हरियाणा के सपने में देखा करता था, आज वो खुद मुझसे चुदवाना चाहती थी. फिर मैंने दीदी को लिप किस किया तो में देख रहा था कि जीजा भी मेरी गर्लफ्रेंड को किस करके मेरी गर्लफ्रेंड की साड़ी के नीचे से ब्लाउज के ऊपर से मेरी गर्लफ्रेंड के बूब्स को दबा रहे थे. अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और मैंने तुरंत दीदी के बूब्स दबाना शुरू कर दिया. कुछ भी हो माल एक जबरजस्त था मेरे मित्रगणों मैंने किसी भाभी को छोड़ा नहीं है.
उह भाई साहब की माल है उसकी चुत की बात ही कुछ और है उसके बाद में दीदी के पेटीकोट के अंदर चला गया और उनकी चूत चाटने लगा तो दीदी को यह बहुत पसंद आया. फिर जब में उनके पेटीकोट से बाहर निकला तो मैंने देखा कि अब मेरी गर्लफ्रेंड अपने जीजा का लंड सहलाकर उसे चूस रही थी. वो दोनों क्या मस्त रंडियाँ थी? उसके बाद हम दोनों मर्दों ने भी उन दोनों रंडी बहनों को खूब चोदा और अपना-अपना पानी उनकी चूत में निकाल दिया. फिर मैंने दीदी को बहुत चोदा और मेरी गर्लफ्रेंड भी उसके जीजा से मेरे सामने ही चुदवा रही थी. अब मुझे बहुत अच्छा लग रहा था. अब हम लोगों का हरियाणा ऐसे ही चल रहा है. मेरे मित्रगणों एक बार स्कूल में चुदाई कर दिया बड़ा मजा आया मेरे मित्रगणों चुत को चाटेने के समय उसके बूर के बाल मुँह में आ रहे थे मन कर रहा था कब इसे चोद लू मेरा लंड समझने को तैयार नहीं था.