मेरे मित्रगणों मै आप सब का हार्दिक अभिनंदन करता हु, मेरा नाम रेणुका देसाई है. ये मेरा असली नाम नहीं है. ये मेरा काम का नाम है. दोस्तों, मैं एक जिगोलो हु और मेरी उम्र २३ है अभी. मुझे ये काम करते हुए, अभी एक साल ही हुआ है. दोस्तों, मैं हमेशा से ही ऐसा नहीं था. मैं एक छोटे से शहर का लड़का हु. लेकिन, मुरादाबाद के कॉलेज में आने के बाद मुझे मुरादाबाद की हवा लग गयी और अपने शौक पुरे करने के लिए मुझे घर से आने वाले पैसे पुरे नहीं पड़ते थे. इसलिए मुझे कुछ ऐसा करना था. जिससे मुझे ज्यादा से ज्यादा पैसे मिल सके. दोस्तों, मैंने आपको अभी तक अपने बारे में नहीं बताया. मैंने पंजाब से हु और मेरी हाइट ६ फिट के ऊपर है और गाँव में रहने के कारण, मेरा शरीर भी कसरती और मजबूत है. अच्छा बदन होने के कारण, मैं कपड़े भी ऐसे ही पहनता था, जिसमे मेरे दोनों ढोले और छाती के उभार दिखे. मोटी गांड वाली लड़कियों की बात ही कुछ और है.
क्या गजब चुदकड़ अंदाज थी मुरादाबाद आ कर मुझे नशे की आदत लग गयी थी और उसके लिए मैं रोज़ रात को एक अच्छी बार में जाता था. पहले तो मैंने अपने दोस्तों को पटाना शुरू किया था और उनको लेकर चले जाता था और वो मेरे पैसे दे देते थे. लेकिन, कुछ दिनों बाद वो सब मुझसे कन्नी काटने लगे और मुझे अकेले ही जाना पड़ता था. मैं एक ही बार में जाता था, तो मुझे कुछ दिनों तक तो उधार मिल गया, लेकिन एकदिन जब उधार ज्यादा हो गया, तो बार वालो ने मुझे मना कर दिया और मैं झगड़ा करने लगा. गुस्से में एक टेबल पर आकर बैठ गया. बार काउंटर पर खड़ी एक लेडी मुझे नोटिस कर रही थी. उसने बार वाले से मेरे बारे में पूछा और फिर मेरे पास आकर बैठ गयी और मेरे और अपने लिए आर्डर किया. लड़किया क्युआ गजब चुदकड़ होती है दोस्तों.
मेरे मित्रगणों क्या मॉल थी उसकी चुची पीकर मजा आ गया मैंने उसे थैंक्स बोला और एक ही घूंट में पूरा गिलास खाली कर गया. गिलास को खाली करने के बाद, मैंने उसको तरफ देखा, तो मेरे सामने एक औरतबी बैठी थी और उसने बहुत मस्त टाइट कपड़े पहने हुए थे. वो होगी कोई ४५ से ५० के बीच. वो बोली – पैसे कमाने है? मैंने उसकी तरफ देखा और बोला – क्या मतलब? उसने कहा – देखो, आज का तो मैंने तुम्हारा बिल दे दिया और तुम्हारा पुराना भी चूका था. लेकिन, आगे क्या? मैंने बड़ी ही हैरत से उसे देखा और कहा – हाँ. मेरी आवाज़ में एक उदासीनता थी. लेकिन, वो बहुत पेशेंस वाली थी और फिर से बोली – अगर, तुम चाहो. तो इतना कमा सकते हो, कि पुरे दिन बार बार में दुबे रह सकते हो. मै एक नंबर का आवारा चोदा पेली करने वाला लड़का हु मुझे लड़किया चोदना अच्छा लगता है.
ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना लड खड़ा ही हो जायेगा अब मुझे उसकी बातो में इंटरेस्ट आने लगा था और मैंने पूछा, कि मुझे करना क्या होगा? वो बोली – यहाँ नहीं. मेरा इसी बार के पीछे एक होटल में कमरा बुक है. वहां चल कर बात करते है. मुझे कुछ – कुछ लगा, कि काम तो कुछ गलत ही है. फिर भी मुझे पेसो की जरूरत थी और मैं कुछ ही करने को तैयार था. हम होटल गये और मैं नशे में था और झूलता हुआ, उसके पीछे जा रहा था. वो मुझे एक ५ स्टार होटल ले गयी और मुझे लोब्बी में बैठा कर, खुद चली गयी. १५ मिनट के बाद, एक वेटर आया और मुझे बोला रूम ५०१ में आपको बुलाया है. मेरे मित्रगणों चुत छोड़ने के बाद सुस्ती सी आ जाती है .
क्या बताऊ मेरे मित्रगणों उसको देखकर किसी लैंड टाइट हो जाये मैंने उसकी तरफ देखा और उससे रास्ता पूछ कर चले गया. वहां पहुच कर जैसे दरवाजा खटखटाया, तो वो अपने आप खुल गया और जैसे ही मैं अन्दर गुसा, तो मेरी दिमाग की नसे फटने लगी. वह पर ३ औरते बैठी हुई थी.. सिर्फ ब्रा और पेंटी में और दारू और सिगरेट पी रही थी. वो औरत पीछे से बाथरूम से निकली और बोली – आ गये. तुम्हे बस इन तीनो को खुश करना है और मुझे एक पैकेट कंडोम का दे दिया और एक गोली दी. उसने बोला – तुम ये खा लो. कंडोम यूज़ करना और ना करना तुम पर है. मैंने गोली खा ली उसने मेरे गाल पर एक पप्पी दी और बोली – पहली चुदाई मुबारक हो, मैं लोब्बी में तुम्हारा वेट करती हु. मैंने मन में सोचा, इसे कैसे मालूम, मैंने अभी तक चुदाई नहीं की है. मेरे मित्रगणों मने बहुत सी भाभियाँ चोद राखी है.
मेरे मित्रगणों क्या मलाई वाला माल लग रहा था फिर मैं उन तीनो के पास चले गया. वो तीनो बड़े घर की औरते लग रही थी और सब ५० के ऊपर थी. उन्होंने मुझे कपड़े उतार कर डांस करने को बोला और उनमे से एक ने बहुत तेज म्यूजिक चला दिया. मैंने ब्लू फिल्म तो काफी देखी थी और कुछ – कुछ जिगोलो का आईडिया भी था. तो मैंने वैसे ही करना शुरू कर दिया. मैंने सारे कपड़े एक – एक करके उतारे और वो सब मस्ती और नशे में झूम रही थी. मैं भी नशे में तो था ही. तेज म्यूजिक की वजह से बहक गया और एक – एक करके मैंने सारे कपड़े उतार दिए और अब मैं सिर्फ ..अंडरवियर में था. मेरे लंड का अंडरवियर में उभार देख कर वो तीनो पागल हो गयी. उनमे से एक बोली – ओह माय गॉड, ये अभी ही इतना बड़ा है. तो जब इरेक्ट होगा, तो कितना बड़ा होगा? चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए.
साथियो की पुराणी मॉल छोड़ने का मजा ही कुछ और है वो तीनो मेरे पास आ गयी और मेरे लंड को छुने लगी. लंड मेरा अभी अंडरवियर के अन्दर ही था, लेकिन जैसे ही औरत के टच को महसूस किया. तो एकदम से तन्न गया और सीधा तम्बू बन गया. वो तीनो एकदम से एक्साइट हो गयी और मेरे अंडरवियर को खीच लिया और मेरे लंड को हाथ में लेकर खीचने लगी. फिर वो बोली – अरे, ये तो एकदम नया है. वो मेरे लंड को अपने हाथ से खीच रही थी और फिर उन्होंने बड़ी बैचेनी से मेरे लंड को अपनी – अपनी जीभ निकाल कर चाटने लगी. वो एक हाथ से मेरे लंड को पकड़ कर अपनी जीभ से मेरे लंड को चाट रही थी और दुसरे हाथ से अपनी – अपनी चूत को पेंटी के ऊपर से सहला रही थी. अब सुनिए चुदाई की असली कहानी.
मेरे मित्रगणों एक बार चोदते चोदते मेरा लंड घिस गया मुझे भी अब मज़ा आने लगा था. फिर उन्होंने अपनी अंडरगारमेंट्स उतार दिए और एकदम से नंगी हो गयी. बाप रे.. तीनो ही बड़ी कयामत लग रही थी. बहुत ही जबरदस्त थी तीनो की तीनो. उन्होंने मुझे बिस्तर पर बैठाया और फिर एक मेरे मुह पर आ कर बैठ गयी और एक मेरे सिर ऊपर लेट गयी और तीसरी ने मेरे लंड पर मोर्चा संभाल लिया. अब एक अपनी चूत दूसरी से चटवा रही थी और एक ही चूत में चूस रहा था और तीसरी मेरे लंड को चूस रही थी.. बार रे… मुझसे तो संभाला ही नहीं जा रहा था और १५ की चुस्वायी के बाद, मैंने अपना वीर्य उसके मुह में ही छोड़ दिया. वहा का माहौल बहुत अच्छा था मेरे मित्रगणों .
मेरे मित्रगणों उस लड़की मैंने चुत का खून निकल दिया वो औरत एकदम से मुस्कुरा उठी और बोली – पहली बार है ना.. कोई ना… आज वैसे भी हम चुदवाने नहीं वाले. बस हमने तो मज़े करने है. फिर जो औरत मेरे मुह पर बैठी थी, वो अपनी गांड को मेरे मुह पर हिला रही थी और अपने बालो को सहलाने लगी थी. मैं अपनी जीभ डाल कर उसकी चूत को चाट रहा था और उसके मुह से अहहाह अहाहः अहहाह ऊओह्ह्ह अहहहः एस एस चूस भोसड़ी के चूस… बहुत मस्त है तेरी जीभ.. और मैं उसकी आवाज़े से जोश में आकर उसको मस्त चूस रहा था. फिर करीब १० मिनट बाद, वो झड़ गयी.
अब उन तीनो से मुझ से बारी – बारी से अपनी चूत को चटवाया और मेरे मुह पर अपना पानी छोड़ दिया. फिर दो औरते मेरे लंड पर आई और उसको चाटने लगी. करीब १० मिनट के बाद, मेरा लंड जैसे ही खड़ा हुआ, वो हट गयी और बोली – आज के लिए इतना ही. मैंने कहा – इसको बैठा तो दो. वो बोली – नहीं. तुम अपना मुठ मारो और हमारे ऊपर गिरा दो. मैं खड़ा हुआ और मैंने अपना मुठ मारना चालू किया और वो तीनो मेरे सामने अपने – अपने मुह खोल कर बैठ गयी. लगभग १० मिनट के जोर दार मुठ के बाद, मैंने अपना वीर्य उन तीनो के मुह पर गिरा दिया. वहा जबरजस्त माल भी थी मेरे मित्रगणों .
मेरे मित्रगणों चोदते चोदते चुत का भोसड़ा बन गया दोस्तों, आज से पहले मेरा इतना मुठ कभी नहीं निकला था. उन तीनो ने मेरे मुठ से अपने होठो को भिगो लिया और अपनी जीभ मेरे लंड पर लगा दी और मेरे लंड को चाट – चाट कर पूरा साफ़ कर दिया. उन्होंने मुझे बिस्तर पर धक्का मार दिया और वो बाथरूम में घुस गयी. तीनो वापस 15-20 बाद रिफ्रेश होकर आई और कपड़े पहन लिए. मैंने भी बाथरूम में गया और रिफ्रेश हुआ और बाहर आकर कपड़े पहने. उनमे से एक औरत ने मुझे 3 लिफाफे दिए और बोला ये वाला तुम उस औरत को देना, जो तुम्हे लेकर आई थी और दूसरा हमारी तरह से तुम्हारे लिए. ऐसे माहौल कौन नहीं रहना चाहेगा मेरे मित्रगणों.
मेरे मित्रगणों एक बार मैंने अपने गांव के लड़की जबरजस्ती चोद दिया मैंने उनको थैंक्स बोला और नीचे लोब्बी में आ गया. मैंने उसको एक लिफाफा दिया और दुसरे के बारे में भी बता दिया. उसने कहा – वो तुम्हारी टिप है और पहले लिफाफे में से 50000 निकाल कर मुझे दे दिए. मैंने तो पागल ही हो गया. जब मैंने दूसरा लिफाफा खोला, तो उसमें एक फ़ोन नंबर और 50000 रुपया थे. २ घंटे के 60000 और पुराना बिल पूरा ख़तम. मैंने तो मस्त हो गया और फिर पूरा का पूरा उस धंधे में आ गया. मैंने उस औरत को फ़ोन नंबर के बारे में बताया, तो वो बोली – कोई नहीं. तुम उस पर बात नहीं करना. वो सिर्फ तुम्हे चेक करने के लिए था. उह क्या मॉल था मेरे मित्रगणों गजब .
मेरा तो मन ही ख़राब हो जाता था मेरे मित्रगणों अब अगले बार से, मैं तुम्हे एक ट्रिप के 240000 रूपये दूंगी. मंथ में 2-3 ट्रिप.. चलेगा? मैंने कहा – हाँ और आगे बड कर उसके होठो को चूम लिया. वो भी मुस्कुरा उठी और मुझे शैतान बोलकर चली गयी. मैं घर वापस आ गया और दोस्तों, तब से मैं उसके साथ काम कर रहा था हु. उसके बूर की गहराई में जाने के बाद क्या मजा आया मेरे मित्रगणों जैसे उसके चुत में माखन भरा हो उसको देखने बाद साला चुदाई भूत सवार हो जाता मेरे मित्रगणों .