दोस्तों मै आप सब का हार्दिक अभिनंदन करता हु अपने बूर फाड् चुदाई की स्टोरी में, मेरा नाम मनोज है और मेरी बीवी का नाम कविता है और आज में आप सभी के सामने अपनी बीवी की चुदाई की एक सच्ची घटना सुनाने जा रहा हूँ, जिसमे मेरी बीवी मेरे बॉस से चुदी. मै एक नंबर का चुदकड़ लड़का हु मुझे लड़किया चोदना अच्छा लगता है.
ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना दोस्तों हमारी शादी को 4 साल हो गये है. मेरी बीवी दिखने में बहुत ही सुंदर, गोरी और एकदम हॉट, सेक्सी है. उसके फिगर का साईज़ 34-32-36 है और में अपनी बीवी को बहुत प्यार करता हूँ. दोस्तों में एक प्राईवेट प्लांट में नौकरी करता हूँ, जहाँ पर तीन शिफ्ट में ड्यूटी होती है और हम लोग प्लांट के एरिये की ही एक कॉलोनी में रहते है, जो कि प्लांट से 6 किलोमीटर दूरी पर है. तो उस घर पर में और मेरी बीवी, सिर्फ़ दो लोग ही रहते है और आसपास की कॉलोनी में सभी लोग एक दूसरे से बहुत घुल मिलकर रहते है. चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए.
अब सुनिए चुदाई की असली कहानी अब में आप लोगों को अपनी बीवी की चुदाई की स्टोरी बताता हूँ. यह एक सच्ची स्टोरी है, कोई झूटी कहानी नहीं है. दोस्तों उस समय मेरे घर पर मेरे बॉस अक्सर चाय, नाश्ता करने आते थे. मेरे बॉस का नाम उदय सिंह है जो बिल्कुल अकेले ही रहते थे, क्योंकि उनकी पत्नी और बच्चे अपने गाँव में रहते थे और उदय सर 5 माह पहले ही अपनी नौकरी पर आए थे, इसलिए मुझे उनके मिज़ाज़ के बारे में पता नहीं था, तो में अपने प्रमोशन के लिए उन्हे अक्सर अपने घर पर चाय के किए बुला लेता था और फिर में, सर और मेरी बीवी साथ साथ बैठकर चाय पीते थे और बहुत हंसी मजाक किया करते और मेरे सर मेरी बीवी को लाईन दिया करते थे, लेकिन मुझे इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था. ऐसे माहौल कौन नहीं रहना चाहेगा दोस्तों
दोस्तों यह बात दिसम्बर महीने की है. उस समय बहुत कड़ाके की ठंड पड़ रही थी और मेरे बॉस का कभी कभी मेरे घर पर मेरी ग़ैरहाजरी में भी आना हो जाता था. जिसके बारे में मेरी बीवी मुझे बता दिया करती थी और उदय सर का प्लांट में अच्छा व्यवहार होने के कारण में उन्हे बहुत अच्छा आदमी मानता था, जिस वजह से मैंने कभी भी उन पर शक नहीं किया था और मेरी बीवी पर भी मुझे बहुत भरोसा था. मेरा तो मन ही ख़राब हो जाता था दोस्तों.
कुछ भी हो माल एक जबरजस्त था तो मेरी ड्यूटी तीन शिफ्ट ए, बी, सी और कभी कभी जनरल शिफ्ट में चलती थी. लेकिन अब धीरे धीरे ठंड इतनी बढ़ गई थी कि नाईट शिफ्ट में नौकरी करना बहुत मुश्किल हो रहा था और मेरी बीवी भी नाईट शिफ्ट को बिल्कुल भी पसंद नहीं करती थी, क्योंकि वो सेक्सी औरत थी और उसे रोज रात में मेरे साथ सेक्स के मज़े चाहिए थे और में उसे हर रात को चोदता था. इस कारण से मुझे और मेरी बीवी को नाईट शिफ्ट पहाड़ सी लगती थी. तो उस समय मेरी नाइट शिफ्ट चल रही थी और में अपनी ड्यूटी पूरी करके घर पर आया और लेटा हुआ था. तभी मेरे बॉस आए तो मेरी बीवी ने मुझे उठाया, लेकिन थकावट के कारण में आंख बंद करके लेटा रहा. मेरे बेडरूम से बाहर की तरफ हॉल साफ साफ दिखाई देता था. उह भाई साहब की माल है उसकी चुत की बात ही कुछ और है.
ओह्ह उसके यह का चुम्बन की तो बात अलग है मैंने देखा कि मेरे बॉस चाय पीते पीते मेरी बीवी को देख रहे थे और मेरी बीवी भी उन्हे देख रही थी और वो उस समय बिना बांह की मेक्सी में थी. तो कुछ देर बाद बॉस बोले कि तुम इतनी ठंड में भी जब मनोज ड्यूटी पर रहता है, अकेले रात कैसे काट लेती हो? तो कविता बोली कि क्या करे सर? अकेले सोना बिल्कुल भी अच्छा तो नहीं लगता, लेकिन क्या करें, मजबूरी है? तो एकदम मुझे बॉस की आखों में वासना नज़र आने लगी और फिर बॉस ने कहा कि क्या तुमको अकेले में डर नहीं लगता और अगर रात को कोई आ गया तो तुम क्या करोगी? है उसके गांड मेरा मतलब तरबूज क्या गजब भाई.
उसका भोसड़ा का छेड़ गजब का था दोस्तों कविता ने कहा कि कॉलोनी में कोई कैसे आ सकता है? वैसे सर आएगा तो कोई ना कोई पहचान वाला ही आएगा, बाकी सुरक्षा तो रखनी ही पड़ती है. तो बॉस ने कहा कि तुम बहुत सुंदर और सेक्सी हो कविता , तो हो सकता है कोई तुम्हे देखकर ऐसा भी आ जाए, जिसे सोच भी नहीं सकती. तो कविता ने हंसकर पलके झुका ली. लेकिन उस समय उदय ने बातों ही बातों में कुछ ऐसी बातें भी कह दी जिसे सुनकर कविता एकदम शरमा गई और फिर में समझ गया कि मेरा बॉस मेरी बीवी को पटाने की कोशिश कर रहा हैं. उसकी बूब्स देखते ही उसको पिने की इच्छा हो गयी.
दोस्तों मै सबसे पहले उसकी गांड मरना चाहता हु तो मैंने मन ही मन में सोचा कि में तो रोज ही कविता को चोदता हूँ, अगर कोई दूसरा मेरी बीवी को मेरे सामने चोदे तो कैसा लगे? और में मन ही मन में कविता को बॉस से चुदते हुए देखने लगा और फिर कुछ देर बाद बॉस के जाने के बाद कविता ने मुझे उठाया. लेकिन उसने उस दिन मुझे बॉस के आने की बात नहीं बताई और अब मुझे लगने लगा कि मेरी बीवी उनकी तरफ आकर्षित हो रही है. तो कुछ दिन बाद मैंने अपने घर पर एक आवाज रिकॉर्डर खरीदकर लगा दिया, ताकि में बाद में उनकी बातें सुन सकता और फिर धीरे धीरे मेरी बीवी उदय सर की बातों में आने लगी और अब मेरे बॉस मेरी बीवी को आकर्षित करने में लग गये. तो कविता जब किचन में जाती थी तो बॉस भी उसकी मदद करने के बहाने से उसके पीछे पीछे अंदर चले जाते और उसे किसी ना किसी बहाने से छूने की कोशिश करने लगे थे और फिर एक दिन बॉस मेरे घर पर आए और मेरे घर पर ना होने से वो बहुत खुश हुए और फिर सर ने कविता से अपने दिल की बात को कह दिया. उन्होंने कहा कि कविता अगर तुम बुरा ना मानो तो में तुमसे कुछ कहना चाहता हूँ? तो कविता ने कहा कि हाँ सर कहिए ना, इसमें बुरा मानने की क्या बात है? अच्छा चुदाई चाहे जितनी कर साला फिर भी लैंड नहीं मनता दोस्तों.
दोस्तों मेरा तो मानना है जब भी चुत मारनी हो बिना कंडोम के ही मारो तभी ठीक नहीं सब बेकार तो उन्होंने कहा कि में अपनी पत्नी से पिछले 6 माह से दूर हूँ और तुम समझ सकती हो कि पति, पत्नी की दूरी कितनी भारी होती है, क्या तुम मेरी सेक्स की ज़रूरत पूरी करोगी और में उसके बदले में तुम्हारे पति का प्रमोशन कर दूँगा और अभी मनोज का नाईट शिफ्ट चल रही है, तो अगर तुम आज रात मुझे एक बार सेवा का मौका दो तो में आज तुम्हे सेक्स का वो सुकून दूँगा, जो तुम्हे शायद मनोज भी ना दे पाए. तो कविता ने कहा कि सर आप यह क्या बोल रहे हैं? मैंने कभी ऐसा नहीं सोचा, जैसा आप बोल रहे है. तो बॉस ने मेरे प्रमोशन की बात फिर से दोहराई और कहा कि मनोज को कभी भी पता नहीं चलेगा, जब तक तुम ना बताओ. उसके बूर की गहराई में जाने के बाद क्या मजा आया दोस्तों जैसे उसके चुत में माखन भरा हो.
उसको देखने बाद साला चुदाई भूत सवार हो जाता दोस्तों बॉस के बहुत कहने पर कविता मान गई और फिर मैंने वो रीकॉर्डिंग सुनकर सोचा कि आज में अपनी पत्नी को चुदते हुए देखना चाहता हूँ और मैंने नाईट शिफ्ट पर छुट्टी ले ली और रात को मैंने कविता से बोला कि में जल्दी प्लांट जा रहा हूँ, मुझे वहां पर कुछ काम है और मैंने हमारे घर का पीछे का दरवाजा खुला छोड़ दिया. फिर में कुछ देर के बाद पीछे के दरवाजे से अंदर आकर छुप गया. रात को 10 बजे बॉस ने घंटी बजाई तो कविता ने दरवाजा खोला, बॉस ने अंदर आते ही कविता को पीछे से पकड़ लिया और उसके गले को चूमने लगे और धीरे धीरे उसके बूब्स को दबाने लगे, तो कविता भी अब मदहोश हो गई और गैर मर्द की बाहों में देखकर में भी बहुत खुश हो गया. मुझे तो कभी कभी चुदाई का टाइफिड बुखार हो जाता है और जब तक चुदाई न करू तब तक ठीक नहीं होता.
एक बात और दोस्तों चुत को चोदते समय साला पता नहीं क्यों नशा सा हो जाता बस चुदाई ही दिखती है फिर बॉस ने कविता को सोफे पर धकेल दिया और कविता को एक गोली का पैकेट दिया और बोले कि इसकी आधी गोली दूध के साथ पी लो और वो खुद भी एक गोली खा गए. फिर बॉस ने मेरी बीवी को एक दुल्हन का जोड़ा हाथ में दिया और बोले कि आज तुम यह पहनो, में तुम्हारे साथ सुहागरात मनाऊंगा. तो मेरी बीवी ने वैसा ही किया और वो बिल्कुल एक दुल्हन की तरह सजकर बेड पर बैठ गई और बॉस बेड के करीब जाकर कविता के पास बैठ गये और कविता के हाथ को पकड़कर चूमने लगे और अब कविता भी गरम होने लगी. उह यह उसकी नशीली आँखे में एक दम चुदकड़ अंदाज है.
उह यह उसकी नशीली आँखे में एक दम चुदकड़ अंदाज है में भी यह सब देखकर अपना लंड सहलाने लगा और बॉस एक एक करके मेरी बीवी के गहने उतारने लगे और फिर पैर की तरफ से चूमते हुए उसकी जांघो को चूमने लगे. फिर पेट को, फिर छाती को, फिर गले को, फिर होंठ को और पांच मिनट तक होंठो पर किस करते रहे और अब मेरी बीवी पर उस गोली का असर साफ साफ दिख रहा था, क्योंकि मेरी बीवी भी उनका पूरा पूरा साथ देने लगी थी और उसने कहा कि आपने जो गोली दी है वो किस चीज़ की है? तो बॉस ने कहा कि सेक्स टाईम को ज़्यादा बढ़ने के लिए, क्योंकि में आज कि रात तुम्हे सोने नहीं देना चाहता, दो घंटे तक लंबी चुदाई का इरादा है. दोस्तों देखने से लगता है की वो पका चोदा पेली का काम करती होगी.
दोस्तों मुझे तो कभी कभी चुत के दर्शन मात्र से खूब मजा आता क्योकि मई पहले बहुत बार अपने मौसी के लड़की को बिना पैंटी के देखा था वाह क्या मजा आया था तो मेरी बीवी ने खुश होकर कहा कि मेरी भी दिली तमन्ना थी कि कोई मुझे एक घंटे तक लगातार चोदे. लेकिन मेरे पति तो 10-15 मिनट में ही ढेर हो जाते है और उदय आज आप मेरे पति हैं, मेरी बहुत जमकर चुदाई करो. तो बॉस भी अब जोश में आ गये और अब उन्होंने मेरी बीवी की साड़ी उतारना शुरू किया, कविता अब पेटीकोट और ब्लाउज में थी. लेकिन एकदम सेक्सी लग रही थी. तो बॉस ने धीरे धीरे ब्लाउज फिर पेटीकोट को भी उतार दिया और अब कविता गुलाबी कलर की ब्रा और पेंटी में थी. मन कर रहा था कब इसे चोद लू मेरा लंड समझने को तैयार नहीं था.
अब बिना चुदाई के रह नहीं सकता था दोस्तों मै पागल सा हो गया मेरे बॉस उसे देखकर एकदम पागल से हो गये और कविता से कहा कि अब तुम मुझे नंगा करो. तो कविता ने भी बॉस को नंगा कर दिया. मेरे बॉस का 8 इंच का लंड सनसनाता हुआ एकदम तनकर खड़ा हुआ था और फिर मेरी बीवी ने लंड को हाथ में लेकर कहा कि उदय आपका लंड तो बहुत बड़ा और मोटा है, इससे तो मेरी चूत फट ही जाएगी. तो बॉस ने कहा कि क्यों मनोज का लंड, क्या इतना बड़ा नहीं है? कविता ने कहा कि उनका लंड 6 इंच का है और उसकी मोटाई भी इतनी नहीं है. तो बॉस ने खुश होकर कहा कि कविता में आज तुमको खुश कर दूँगा. तो कविता ने कहा कि थोड़ा धीरे धीरे कीजिएगा, कहीं मेरी चूत फट ना जाए और फिर बॉस पेंटी और ब्रा को उतारकर बेतहाशा चूमने और चाटने लगे. कविता सिसकियाँ भरने लगी, उसकी सिसकियो से बॉस और भी जोश में चूमने लगे. अब बिना चुदाई के रह नहीं सकता था दोस्तों मै पागल सा हो गया.
मैंने सोचा पेलुँगा जरूर कभी न कभी फिर वो मेरी बीवी के बूब्स को मसलने लगे और वो भी गरम होने लगे. फिर बॉस ने कविता की चूत को चाटना शुरू किया तो वो दो मिनट में ही वो झड़ गई और उसके पानी को बॉस पी गये. फिर वो दोनों 69 की पोज़िशन पर लेट गये. कविता भी बड़े मज़े से बॉस के लंड को चूसने लगी और दस मिनट तक लगातार चूसने के बाद बॉस कविता को बेड के किनारे ले आए और लेटा दिया और वो खड़े हो गये. जब माल अच्छा हो तो कौन नहीं चोदना चाहेगा है न दोस्तों.
चोदने के बाद थोड़ा रिलेक्स हुआ भाइयो क्या गजब मजा आया बॉस ने अपने लंड का टोपा मेरी बीवी की चूत पर रखा और ज़ोर का धक्का लगाया तो कविता एकदम चीख पड़ी और बॉस से कहने लगी कि उदय थोड़े धीरे करो ना प्लीज, बहुत दर्द हो रहा है. तो बॉस ने कहा कि कविता मेरी जान, यह तो मीठा दर्द है, तुम डरो मत, में बहुत आराम आराम से करता हूँ और वो धीरे धीरे अपने लंड को गहराई तक पहुँचाने लगे, फिर एक जबरदस्त झटका लगाया और पूरा लंड मेरी बीवी की चूत के अंदर था और अब दोनों मज़े लेकर चुदाई के मज़े लेने लगे, दस मिनट बाद बॉस ने मेरी बीवी से कहा कि क्या और मज़े चाहिए? तो उसने जल्दी से हाँ कर दी. अब बॉस ने उसे अपनी गोद में बैठाकर कविता की चूत पर लंड टिकाया और हल्के से दबाया तो लंड अंदर चला गया और अब मेरी बीवी उछल उछल कर लंड का मज़ा ले रही थी. सेक्स करते समय बहुत मजा आया था दोस्तों.
उसके ओठ रसीले थे दोस्तों मॉल गजब था दोस्तों फिर 5 मिनट के बाद ही कविता झड़ गई. बॉस ने उसे ज़ोर से अपने सीने से लगा लिया और फिर कविता को झटके लगाना शुरू किया. फिर बॉस ने नया पोज़ लिया और मेरी बीवी को उसने गोद में उठाया और अपने लंड को कविता की चूत में डाला, चूत ने पूरा लंड एक ही बार में अंदर ले लिया. मैंने ऐसा पोज़ पहले कभी नहीं देखा था. मेरी बीवी भी अपने चरम पर मज़े ले रही थी. उसने कहा कि आज तक मनोज ने कभी भी मेरी ऐसी ताबड़तोड़ चुदाई नहीं की है. में तो आपकी और अब आपके लंड की दिवानी होने लगी हूँ. उसके लिप्स की चूसै यू ही चलती रही दोस्तों.
उसके बूब्स क्या मस्त थे दोस्तों अब मै क्या कहु दोस्तों बॉस ने मेरी बीवी को बेड पर पटक दिया और उसके दोनों पैरों को फैला दिया और फिर लंड को चूत में ज़ोर ज़ोर के झटके देने लगे. मेरी बीवी इस बीच 6 बार झड़ चुकी थी और लगभग एक घंटे तक लगातार चुदाई करने के बाद बॉस भी अपनी चरम सीमा पर पहुँचने लगे और बड़े बड़े झटके देते देते, वो अपने स्पीड भी बड़ाने लगे और उन्होंने कहा कि कविता डार्लिंग में अब झड़ने वाला हूँ, अपना रस कहाँ पर डालूं? तो कविता ने कहा कि जान आज की रात में आपकी दुल्हन हूँ और आपने इतनी मेहनत की है तो आपको इसका फल तो मिलना ही चाहिए. डाल दीजिए मेरी चूत में और भर दीजिए अपने वीर्य से मेरी चूत को और कविता ने बॉस को कसकर पकड़ लिया. मैंने तय किया की चोद कर ही दम लूंगा.
मै चुदाई के लिए बिल्कुल बेताब था दोस्तों तो बॉस ने राहत की एक लंबी सांस लेते हुए अपना सारा वीर्य मेरी बीवी की चूत में डाल दिया और अब बॉस झड़ चुके थे और कविता के ऊपर निढाल होकर लेट गये. दस मिनट बाद वो कविता के ऊपर से हटे और दोनों बाथरूम चले गए. तो बॉस ने पूछा कि कविता सही सही बताना कि तुम्हे आज कैसा लगा? कविता बॉस की बाहों में लिपट गई और कहा कि आज मैंने जाना की सेक्स में इतना मज़ा भी आता है और बॉस ने कहा कि सुनो में तुम्हारी चूत को पानी से नहीं अपनी जीभ से साफ करना चाहता हूँ और फिर कविता ने कहा कि ठीक है. मुझे तो बस चुदाई की धुन सवार थी दोस्तों.
मुझे बूर की मादक खुसबू आ रही थी जो मुझे पागल कर रहे थे बॉस ने मेरी बीवी की चूत को अपनी जीभ से चाट चाटकर साफ किया और कविता ने भी बॉस के लंड को चाटकर साफ किया और बेडरूम में आ गये और फिर बॉस ने कविता से कहा कि क्यों कविता डार्लिंग कल का क्या प्लान है? तो कविता एकदम नई दुल्हन की तरह शरमा गई और बोली कि कल की कल देखेंगे. फिर दोनों नंगे ही लेट गये. फिर सुबह होते ही बॉस निकल गये. लेकिन उस रात उनहोंने मेरी बीवी को बहुत जमकर चोदा और अपने लंड को शांत किया. फिर मेरी बीवी ने उनका वो दुल्हन का जोड़ा वापस कर दिया और कहा कि यह आप ही रखो. तो बॉस ने कविता से कहा कि क्या मुझे तुम्हारी ब्रा और पेंटी मिलेगी, में अकेले में इसी से काम चला लूँगा. तो कविता ने उन्हे अपनी एक ब्रा और पेंटी दे दी. उसके बाद बॉस अपने घर चले गये. दिन रात बस चुदाई ही चुदाई ख्याल दोस्तों और कुछ नहीं इस प्रकार मेरे बॉस मेरी बीबी को मेरे सामने चोद डाला फिर मेरे बॉस ने कई औरतो को बारी बारी चोदा.