नमस्कार मेरे प्यारे मित्रो, में आज खुद की एक और नई स्टोरी लेकर आप सभी चोदा पेली कहानियाँ पढ़ने वालो के पास दोबारा से आया हूँ, जिसमे मैंने अपनी दीदी की सासू माँ की चुदाई के मज़े लिए और उनकी जमकर चुदाई की, में उम्मीद करता हूँ कि मेरी पिछली कहानी की तरह यह कहानी भी आप लोगों के मन को जरुर भा जाएगी. सच कहु तो वो चुदाई तो तरस रही थी दो.
दोस्तों मेरा नाम मनोज है और में लखीमपुरखीरी में रहता हूँ और अभी कुछ समय पहले ही मेरी दीदी की शादी हुई है और में उन दिनों अपनी दीदी के घर पर गया हुआ था. उस समय मेरी दीदी हनिमून के लिए कहीं बाहर गई थी और वहाँ की देखभाल करने के लिए मुझे बुलाया गया था. फिर में जब वहाँ पर पहुँचा तो मेरी दीदी की सास मुझे देखकर बहुत खुश हुई और उन्होंने मेरे चाय पानी का इंतजाम किया और हम दोनों ने बहुत सारी इधर उधर की बातें की, हमारा हंसी मजाक ऐसे ही चलता रहा और बातों ही बातों में ना जाने कब रात हो गई. मेरा लंड उसकी बूर को चिर कर आगे निकाल रहा था.
मैंने उसकी बूर का सील तोड़ दिया मित्रों दोस्तों उनका घर बहुत बड़ा था इसलिए हम दोनों ने रात को एक ही कमरे में सोने का विचार बनाया और रात को सोने से पहले सासू जी ने मुझसे कहा कि बेटा तुम सफर से बहुत थक गये होंगे, लाओ में तुम्हारे शरीर की मालिश कर देती हूँ. फर्स्ट टाइम चुदाई में सील टूटती है तो थोड़ा तो दर्द होगा ही.
लंड घुसाने में लग रहा था बस चुत फैट ही जाएगी मित्रों फिर मैंने उनको बोला कि हाँ में थक तो बहुत गया हूँ, क्योंकि में पूरे 300 किलोमीटर गाड़ी चलाकर आया हूँ खैर आप रहने दीजिए, लेकिन वो नहीं मानी और फटाफट तेल लेकर आ गई. में उस समय बिस्तर पर लेटा हुआ था. वो पहले मेरे सर की मालिश और उसके बाद वो मेरे हाथों की मालिश करने लगी. अब मेरी नज़र उनके बड़े बड़े चूचिया पर थी जो आधे बाहर दिखाई दे रहे थे. क्या गजब लग रही थी मित्रों
मित्रों मॉल हो तो ऐसा दोस्तों उनके चूचिया वाकई में बहुत गजब के थे. फिर वो मेरे पैर की मालिश करने लगी और अब मैंने गौर किया कि उनकी नज़र मेरी अंडरवियर पर थी, वो जानबूझ कर अपने हाथ को मेरी अंडरवियर तक ले क्या रस भरी चुत थी मित्रों मजा आ गया आती और उनके छूने की वजह से मेरा लंड तनकर खड़ा हो गया था, वो लगातार उसको घूर घूरकर देख रही थी और तभी अचानक से सासू जी मेरा लंड पकड़कर मुझसे बोली कि बेटा क्या में इसकी भी मालिश कर दूँ? मेरे मुहं से कोई आवाज़ नहीं निकली और में एकदम चुप रहा तो उन्होंने मेरी अंडरवियर को सरकाकर मुझे पूरा नंगा कर दिया और अब वो मेरे लंड को पकड़कर सहलाने लगी और बहुत सारा तेल अपने हाथ में लेकर मेरे लंड की मालिश करने लगी. लड़कियों की चुत मरने का मजा ही कुछ और है मित्रों मेरा लंड तनकर टाइट था मित्रों.
मेरा लंड तनकर टाइट था मित्रों मेरा लंड उनके हाथों में आते ही टाइट होने लगा और वो अपने हाथों से मेरे लंड को धीरे धीरे ऊपर नीचे करके मालिश करने लगी. अब उनके पेट पर वो नाभि जो बड़ी और बहुत गहरी थी मुझे दिखाई दे रही थी वैसे भी में औरतों की नाभि का बहुत बड़ा दीवाना था, चाहे वो जैसी भी औरत हो बस उसकी नाभि गहरी होने चाहिए. मेरा लंड चुत में घुसने को तैयार था मित्रों
चुची की चुसाई में क्या मजा है मित्रों अब सासू जी ने उठकर उनके कपड़ो को ऊपर सरकाकर वो मेरी कमर के दोनों तरफ अपने पैर करके मेरे ऊपर बैठ गई, जिसकी वजह से मुझे उनकी भोसड़े साफ साफ दिखाई देने लगी और मेरा लंड उनकी भोसड़े की झांटो से छूने लगा और अब वो मेरे पतले पेट की मालिश करने लगी, उनके हाथों की उंगलियां मेरे निप्पल को सहला रही थी. मै उसकी चूची पी रहा था .
मेरा लंड ताबड़तोड़ चुदाई के लिए तैयार फिर सासू जी एक बार उठकर थोड़ा सा आगे पीछे सरक गई, जिसकी वजह से मेरा लंड भोसड़े की ठीक दिशा में और बहुत चिकना होने की वजह से सीधा उनकी भोसड़े में घुस गया जैसे ही मेरा लंड सासू की भोसड़े में घुसा तो वो मुझे पागलों की तरह मेरे होंठो को चूमने लगी फिर वो मेरी छाती की मालिश करने लगी और मेरा लंड पूरा सासू जी की भोसड़े में घुस गया था. वो मेरे लंड पर अपनी भोसड़े को अंदर बाहर करने लगी और पता नहीं क्यों, लेकिन मुझे उनकी भोसड़े बहुत टाइट लग रही थी और मेरा लंड इस समय बहुत बड़ा और मोटा हो गया था. फिर करीब पांच मिनट के बाद वो मुझसे बोली कि सैयाँ जी आप अपने लंड से अपनी तारा की भोसड़े चोदो ना और मैंने उन्हे पूरा नंगा कर दिया. अब वो समय आ गया जब मुझे उसकी चुदाई करनी थी.
अब उसे चुदाई का मजा मिल रहा था मित्रों मित्रों वो बुल्कुल मादक शराब जैसी लग रहे थी मन कर रहा अभी पी लू मैंने देखा कि सासू जी की भोसड़े में बहुत सारे बाल थे, क्योंकि बहुत दिनों से झांटो की सफाई ना करने की वजह से उनकी झांटे ज्यादा लंबी हो गई थी और अब में तारा की झांटो वाली भोसड़े को सहलाने लगा और अपनी एक उंगली को मैंने तारा की भोसड़े में डाल दिया, वाकई में तारा की बहुत टईट भोसड़े थी और में ज़ोर ज़ोर से तारा की भोसड़े में उंगली कर रहा था और तारा आह्ह्ह्हह ओह्ह्ह्ह कर रही थी. सच मुझे अब पता चला की चुदाई में कितना मजा है मित्रों
इस प्रकार हमने मस्त चुत की ताबड़ तोड़ चुदाई की और मजा लिया और आप फिर में अपने लंड से सहलाने लगा और लंड को तारा की भोसड़े के ऊपर रगड़ने लगा. फिर मैंने लंड को एक झटके में तारा की भोसड़े में डाल दिया, जिसकी वजह से तारा ज़ोर से चीख पड़ी, ओह्ह्ह्हह अह्ह्ह्हह्ह राजू धीरे करो, मेरी भोसड़े फट जाएगी, मुझे बहुत दर्द हो रहा है. अब में थोड़ी देर रुककर तारा के ऊपर लेटकर उसके होंठो को चूसने लगा और तारा के दोनों चूचिया को मसलने लगा. वो मुस्कुरा रही थी मित्रों.
सुनकर आपका लंड खड़ा हो जायेगा मित्रों अब में तारा के होंठो को चूसते हुए सासू माँ की भोसड़े को चोदने लगा, मेरा लंड तारा की भोसड़े को जमकर चोद रहा था और उस पूरे कमरे में चुदाई का तूफान चल रहा था. मेरा लंड सास की भोसड़े को चोद रहा था और तारा भी अपनी गांड को उठा उठाकर अपनी भोसड़े में मेरा लंड ले रही थी और में उनके होंठो को चूसते हुए उनकी भोसड़े पर अपने लंड का धक्का मार रहा था. करीब 30 मिनट की जमकर चुदाई में मैंने उनकी भोसड़े की नस नस को एकदम ढीला कर दिया था, वो चार बार झड़ चुकी थी, लेकिन मेरा लंड अब भी उनकी भोसड़े को चोदे जा रहा था. मेरा लंड ताबड़तोड़ है और एक अच्छी चुत के तलाश में है.
उसकी चूची क्या गजब लग रही थी मित्रों फिर वो मुझसे बोली कि बेटा अब रहने दो ना मेरी भोसड़े की प्यास बुझ गई है मनोज प्लीज छोड़ दो ना मेरे साजन तुम थक जाओगे तो में बोला कि तारा डार्लिंग में घंटो तक लगातार चोदता हूँ, मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता. फिर तारा बोली कि किसे चोदते हो सैयाँ? में बोला कि अपनी सगी माँ की भोसड़े को में हर रोज चोदता हूँ और हर दिन अपनी माँ का गांड भी मारता हूँ. उसकी चूची का उभार गगजब था मित्रों
उसकी बूब्स क्या मन को मचला रहे थे मित्रों फिर वो बोली वाह राजू तू तो बड़ा छुपा रुस्तम निकाला, अब मेरी भोसड़े की चुदाई छोड़ चल अब तू मेरी गांड मार मैंने उसको बोला कि अरे तारा तुम जानती हो कि गांड मरवाना क्या होता? तो वो बोली कि ऐसी कोई बात नहीं है रे, जैसे तू अपनी माँ की भोसड़े को चोदता है ठीक वैसे ही मेरा बेटा भी चोदता है, उसमें फ़र्क बस इतना है कि तुम अपनी माँ की भोसड़े को चोदते हो और मेरा बेटा मेरी गांड मारता है. मन कर रहा था उसकी चूची पकड़ कर पी जाऊ मित्रों.
उसकी चूची क्या मुलायम थी मित्रों अब मैंने पूछा कि ऐसा क्यों? तो वो बोली कि वो साला गांडू निकल गया और वो मोहल्ले के कई लड़को की गांड मार चुका है और उसे गांड मारने का चस्का लग चुका था. एक दिन मैंने उसको हमारे घर पर काम करने वाली बाई की गांड मारते हुए देख लिया, वो बहुत ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी, लेकिन वो उसकी गांड को कस कसकर धक्के मार रहा था और उसने मुझे देख लिया था, में छुपकर उसे देख रही थी और वो अपने लंड को पूरा बाहर निकालकर उसकी गांड में डाल देता, मेरे बेटे का लंड भी बहुत मोटा है बिल्कुल तुम्हारी तरह. उसकी चूची क्या कड़क थी मित्रों.
उसकी चूची पीते पीते तनकर लाल हो गयी अब मैंने उनसे पूछा कि तुमने उससे कैसे गांड मरवाई? तो वो बोली कि एक दिन में एक आसन में उल्टी लेटी हुई थी. मैंने अपनी गांड को पूरी नंगी कर रखी थी, मेरा बेटा आया और वो उस समय बहुत नशे में था, उसने मेरी गोल बड़ी आकार की गांड को देखा और फिर वो मेरे ऊपर टूट पड़ा और मेरी गांड को देखते ही उसका लंड खड़ा हो गया और वो तुरंत नंगा होकर अपने लंड में वेसलिन लगाकर आ गया और उसने मेरी गांड को फैलाकर मेरी गांड में धीरे धीरे वेसलीन लगा दिया और अपना लंड मेरी गांड में डालकर वो मेरे ऊपर लेट गया, में जागी और उससे बोली कि गुड्डू तुम यह क्या कर रहे हो? उसकी चुत का टेस्ट नमकीन और मादक था मित्रों बस चाटा जाओ.
वो मुझसे कहने लगी कि माँ मेरी जान तुम्हारी गांड कितनी मस्त है प्लीज मुझे आज इसको मार लेने दो ना, इतना कहकर उसने एक ज़ोर का धक्का मारा और उसका पूरा लंड मेरी गांड में चला गया और वो मेरी गांड को जमकर धक्के देकर चोदने लगा. अब में उससे बोला कि चल अब तारा अपनी गांड को फैला तेरी कहानी सुनकर मेरा लंड और ज्यादा टाईट हो गया है.
उसकी बूर मदमस्त हो गयी मित्रों उह उह उह उह उसके बाद मैंने अपना लंड सासू की भोसड़े से बाहर निकालकर उनकी गांड के छेद में डालने लगा, वो अपनी गांड को अपने दोनों हाथों से चीरने लगी, जिसकी वजह से मेरा लंड बहुत आसानी से उनकी गांड में फिसलकर अंदर चला गया और में उनके होंठो को चूसते हुए उनकी गांड में अपना लंड डालने लगा, मेरा लंड अब सटासट सासू की गांड को चोद रहा था और वो भी जमकर मेरा सहयोग दे रही थी. मित्रों मैंने ऐसी तरह न जाने कितने औरतो और लड़कियों बूर में चोदा पेली किया है
कितनो चुत का भोसड़ा तक बना दिया फिर मैंने सास की गांड में से लंड को बाहर निकाल लिया और उनको डोगी स्टाईल में कर दिया और उनकी गांड को पीछे से लंड डालकर धक्के मारने लगा, वैसे मुझे बड़ी उम्र की औरतो की गांड और भोसड़े चोदने में बहुत मज़ा आता है, में उनकी गांड को बहुत कस कसकर धक्के मार रहा था, वो भी अपनी गांड को हिला हिलाकर मरवा रही थी, आह्ह्ह्हह उफफ्फ्फ्फ़ राजू मेरी भोसड़े के मनोज हाँ आज फाड़ दो ना तुम मेरी भोसड़े को और कस कसकर मारो मेरी गांड वाह मज़ा आ गया. और न जाने कितनो का तो सील तोड़ कर खून निकाल दिया.
और न जाने कितनी को तो कुवारी में ही माँ बना दिया दोस्तों में अब अपने दोनों हाथों को आगे ले जाकर उनके चूचिया को पकड़कर ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा और अपने लंड से उनकी गांड को लगातार धक्के मारने लगा. फिर करीब 50 मिनट तक लगातार सास की गांड को धक्के मारने के बाद मैंने उनकी गांड में अपने लंड का सारा रस गिरा दिया. फिर हम लोग नंगे ही एक दूसरे की बाहों में चिपककर लेट गये और रात ज्यादा होने की वजह से सो गये तो सुबह मेरी नींद बहुत देरी से खुली. पहले में उठा और मैंने देखा कि दिन के उजाले में उनकी झांटे चमक रही थी, में अपना शेविंग बॉक्स निकाल कर ले आया और उनकी झांटो पर क्रीम लगाने लगा. फिर मैंने अपनी सासू जी की झांटो को साफ करके उनकी भोसड़े को एकदम चिकना कर दिया, उनकी गांड के बालों को भी साफ कर दिया और वो चुपचाप देख रही थी. फिर हम लोग बाथरूम में साथ साथ गए और नहाने लगे. और मैं चोदा पेली करने के लिए कही भी और किसी भी हद तक जा सकता हु.
और तो और मैंने अपने गांव के किसी भी औरत और छोड़ा नहीं है जो नहीं मानती थी उनके साथ जबरजस्ती चोदा पेली किया हु उसके बाद में उनकी भोसड़े में और गांड पर बहुत सारा साबुन लगाकर मैंने धो डाला, जिसकी वजह से उनकी भोसड़े और गांड अब एकदम चमक रही थी, में उनकी भोसड़े की फांको को अपने हाथों से फैलाकर अपनी जीभ से चाटने लगा, वो मस्ती में मेरे सर को पकड़कर अपनी भोसड़े को मेरे मुहं पर रगड़ने लगी. फिर में उन्हें आगे झुकाकर उनके भोसड़ेड़ को फैलाकर उनकी गांड के छेद को चाटने लगा, अब मेरा लंड अकड़ गया था और वो भी बहुत गरम हो गई. फिर मैंने सीधे होकर खड़े खड़े ही उनकी भोसड़े में अपने लंड को डालकर चुदाई करने लगा और उन्होंने अपने दोनों हाथों को मेरे कंधे पर रखकर मुझे बहुत कसकर पकड़ लिया और मैंने भी अपने दोनों हाथों से उनके गले में बाहें डालकर उनको पकड़ लिया. सोचिये मैं ऐसा हरामी चोदूबीर आदमी हु मित्रों.
और क्या बताऊ मित्रों मैंने बहुत सी कमसीन जवान और मदमस्त लड़कियों की बूर में चुदाई किया है काफी मजा किया फिर हम दोनों आपस में एक दूसरे को धक्का मारने लगे और ऊपर से फव्वारे का पानी सीधे भोसड़े, लंड पर गिर रहा था, जिससे फच फच की आवाज़ निकल रही थी, हमें वाकई में बहुत मज़ा आ रहा था और कुछ समय भोसड़े को चोदने के बाद मैंने अपना लंड उनकी भोसड़े से बाहर निकाला और लंड पर साबुन लगाकर उनको पीछे घुमाकर खड़े खड़े मै एक चुदकड़ लड़की हु मित्रों मुझे हमेशा चुदाई भूख रहती मित्रों ही उनकी गांड में अपना लंड डालकर उनकी गांड मारने लगा, वो अपनी गांड से मेरे लंड को दबा रही थी. फिर में उनकी गांड को कस कसकर धक्के मारने लगा और ज्यों ही मेरा लंड झड़ने वाला था, उनकी गांड से लंड को बाहर निकालकर मैंने उनको जल्दी से ज़मीन पर बैठाकर उनके मुहं में अपना लंड डाल दिया और लंड का पानी उनके मुहं में भर दिया, वो मेरे लंड का सारा रस चाट चाटकर पी गई और मेरे लंड को जीभ से चाटने लगी. मुझे चुदाई के बारे सोचकर मै मदहोश हो जाती हु.
मेरी चुत हमेशा लैंड की प्यासी रहती है मित्रों फिर मैंने उनकी भोसड़े में अपनी एक उंगली को डालकर तब तक अंदर बाहर करता रहा जब तक वो झड़ ना गई और फिर जब वो झड़ गई. उसके बाद हम लोग बाहर आ गये. दोस्तों मुझे आज घूमने जाना था तो में तैयार होकर तुरंत बाहर गाँव में घूमने निकला और दिन भर में आसपास के गाँव को देखने लगा. फिर जब शाम होने को आई तो में घर की तरफ चला और अंधेरा होते होते में घर पर लौट आया और मैंने जैसे ही अपना कदम घर में रखा तो मुझे गश आ गया और मैंने देखा कि सासू माँ जो विधवा थी, वो आज मेरे सामने सजधज के खड़ी हुई थी और वो मुझे देखकर मुस्कुरा रही थी. साथियो मुझे हमेशा मोटे लड की जरूरत रहती है.
मित्रों मोटे लैंड से चुदाई करने का मजा कुछ और है मैंने देखा कि लाल साड़ी हाथों में चूड़ी होंठो पर लिपस्टिक हाँ, लेकिन उनकी माँग में सिंदूर नहीं था, में झट से फाटक बंद करके उनके पास चला गया तो वो मेरे पैर छूने लगी तो में समझा कि वो मेरा लंड चूसने जा रही है. फिर मैंने उन्हें ऊपर उठाया और उन्हें बिस्तर पर घूँघट करके बैठा दिया. फिर में उठकर मेरी दीदी के कमरे में गया और वहां पर जाकर सिंदूर खोजने लगा, सिंदूर मिलने के बाद में उसको लेकर वापस तुंरत आ गया और मैंने देखा तो सासू डार्लिंग वैसे ही बैठी हुए थी, में उनके पास गया और एक हाथ में चुटकी भर सिंदूर लेकर दूसरे हाथ से उनके घूंघट को खोल दिया और उनकी माँग में मैंने वो सिंदूर लगा दिया तो वो मेरे गले लग गई. मित्रों मैंने बहुत बार चुत मरवाई है.
मित्रों मुझे गांड मरवाने मजा आता है मित्रों फिर में उनके लाल लाल होंठो को चूमने लगा और एक हाथ से उनके पेटीकोट में हाथ डालकर उनकी भोसड़े को सहलाने लगा. तभी उन्होंने मेरी पेंट को खोलकर मेरी अंडरवियर को नीचे सरकाकर मेरे लंड को पकड़ लिया और उसे वो बहुत प्यार से धीरे धीरे सहलाने लगी. दोस्तों मुझे आज उनकी भोसड़े बहुत चिकनी महसूस होने की वजह से ज़्यादा अच्छी लग रही थी, में उनकी भोसड़े को मसल रहा था और उनके होंठो .को चूस रहा था, मेरा लंड उनके हाथ में था और अकड़कर उनकी भोसड़े को फाड़ने के लिये तैयार था. मित्रों मुझे लड चाटने में मजा आता है मित्रों.
मित्रो कभी मोटे लड से गांड मारा देखिये कितना मजा आता मित्रों फिर हम दोनों 69 पोज़िशन में लेट गये, में उनकी भोसड़े को चूस रहा था और वो मेरे लंड को चूस रही थी, में अपनी पूरी जीभ उनकी भोसड़े के अंदर डालकर उनकी भोसड़े के रस को पी रहा था, वो भी मेरे लंड को ज़ोर ज़ोर से चूस रही थी. फिर में उनकी गांड के छेद को चाटने लगा, वो भी अपनी गांड के छेद को फैलाने लगी थी, वैसे उनके लड़के ने अपने मोटे लंड से उनकी गांड को बहुत बार मारकर गांड को फैला दिया था, इसलिए मेरी जीभ बहुत आसानी से उनकी गांड के छेद में जा रही थी और में मस्ती में उनकी गांड को चाट रहा था, वो भी अपनी गांड को मेरे मुहं पर रगड़ रही थी. मेरे प्यारे मित्रो इस प्रकार हमने बहुत बार चुदाई करा के मजा लिया और चोदा पेली की साडी हदे पार कर दी मित्रों
फिर मैंने उससे कहा कि तारा डार्लिंग सभी लोग भोसड़े को चोदकर सुहागरात मनाते है, लेकिन में आज तुम्हारी गांड मारकर सुहागरात मनाऊंगा और फिर मैंने उनको कुत्ते की तरह झुका दिया और उनकी साड़ी पेटीकोट को ऊपर उठा दिया और अपना लंड उनकी गांड के छेद पर रगड़ने लगा. अब उन्होंने भी अपने दोनों हाथों से मेरी गांड को पकड़कर पूरा फैला दिया था, जिसकी वजह से खुली हुई गांड मेरे सामने थी और में उनकी गांड में अपना लंड डालकर उनकी गांड को लगातार धक्के मारने लगा और वो भी मुझे बहुत जोश दिला रही थी, ओह्ह्ह्हह वाह मज़ा आ गया, सैयाँ मेरी भोसड़े के मनोज आज मेरी गांड को फाड़ दो और ज़ोर से मारो मेरी गांड मेरे मनोज. उसकी चूची क्या मुलायम थी मित्रों
उसकी चूची क्या कड़क थी मित्रों अब मेरे लंड की स्पीड बड़ गई थी और में तेज़ी से उनकी गांड मार रहा था और वो भी बोल रही थी हाँ और ज़ोर से मेरे मनोज और कसकर बहुत ज़ोर से डालो मेरे बालम आह्ह्ह्ह ओहहहहह उफ्फ्फ्फ़. फिर मैंने उनकी गांड को मारते मारते उनको खड़ा कर दिया और खड़े खड़े ही उनकी गांड मारने लगा, में उनके दोनों चूचिया को पकड़कर ज़ोर से दबाने लगा और अपने लंड से उनकी गांड की प्यास बुझाने लगा. करीब एक घंटे के बाद मेरे लंड का रस मैंने उनकी गांड के अंदर डाल दिया. उसके बाद मैंने उन्हें बेड पर लेटा दिया और उनके गुलाबी होंठो, कानों, गोरे गालो, गले को चूमने लगा और वो मेरे लंड को पकड़कर सहलाने लगी, में अब उनके चूचिया को चूसने लगा. उसकी चूची पीते पीते तनकर लाल हो गयी.
उसकी चुत का टेस्ट नमकीन और मादक था मित्रों बस चाटा जाओ फिर में उनकी गहरी नाभि को भी अपनी जीभ से चाटने लगा और जोश में आकर उन्होंने मेरे सर को पकड़कर अपनी भोसड़े के ऊपर रख दिया. दोस्तों तब मैंने सूंघकर पता लगाया कि आज उन्होंने अपनी भोसड़े पर चंदन का साबुन लगाया था, क्योंकि उनकी भोसड़े बहुत ज्यादा महक रही थी, में धीरे धीरे उनकी भोसड़े को चूमने, चाटने लगा और वो भी अपनी भोसड़े को मेरे मुहं पर रगड़ रही थी. उसके बाद मैंने अपनी जीभ को उनकी भोसड़े के अंदर डाल दिया और उनकी भोसड़े के रस को चूसने लगा. उसकी बूर मदमस्त हो गयी मित्रों उह उह उह उह.
मै एक नंबर का आवारा चोदा पेली करने वाला लड़का हु मुझे लड़किया चोदना अच्छा लगता है फिर मैंने कुछ देर भोसड़े को चूसने चाटने के बाद अपने लंड को अपनी सासू जी की भोसड़े में एक जोरदार धक्का देकर पूरा अंदर डाल दिया और अब में उनके ऊपर लेटकर उनके होंठो को चूसते हुए जमकर ताबड़तोड़ धक्के देकर चुदाई करने लगा. में अपने लंड से सासू की भोसड़े में कस कसकर धक्के मार रहा था और वो भी अपनी तरफ से ज़ोर ज़ोर से अपनी गांड को उठाकर धक्के दे रही थी और चिल्ला भी रही थी, उफफ्फ्फ्फ़ हाँ मेरे मनोज अब मेरी भोसड़े बहुत दर्द कर रही है आईईई प्लीज थोड़ा धीरे धीरे चोदो ना मेरे सैयाँ आह्ह्ह्हह उफ्फ्फफ्फ ओहहह्ह्ह वरना में आज मर जाउंगी. फिर में अब बिना रुके उनकी भोसड़े को जमकर धक्के देकर चोद रहा था और उनके लाल लाल होंठो को चूसते हुए में अपना लंड उनकी भोसड़े में अंदर बाहर कर रहा था. करीब एक घंटे की चुदाई के बाद मेरे लंड का पानी उनकी भोसड़े में गिरने वाला था. ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना लड खड़ा ही हो जायेगा.
क्या बताऊ दोस्तों उसको देखकर किसी लैंड टाइट हो जाये मैंने झट से उनकी भोसड़े से अपने लंड को बाहर निकालकर सासू जी के मुहं में डाल दिया और उनके मुहं को हल्के धक्के देकर चोदने लगा. करीब दो चार धक्को के बाद मेरे लंड का सारा वीर्य मेरी सासू जी के मुहं में भर गया और वो उसे पी गई और मेरे लंड को चूसकर चाटकर साफ कर दिया. उसके बाद हम एक दूसरे से चिपक कर नंगे ही सो गये, वो मेरे लंड को पकड़ी हुई थी और में उनकी भोसड़े और गांड के छेद को सहला रहा था. फिर हमें ना जाने कब नींद आ गई. चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए एक बात और मित्रों चुत को चोदते समय साला पता नहीं क्यों नशा सा हो जाता बस चुदाई ही दिखती है.