बीवी को चुदते हुए देखा – 1″ से आगे की कहानी …
अच्छा दोस्तों क्या आपने किसी लड़की को चोदा है सच्ची बताना तो दोस्तों फिर अंकल ने मेरी बीवी का सर पकड़ा और लंड की तरफ झुकाया और बोला कि पूरा लंड मुहं में लो.. लेकिन मुझे नहीं लगता था कि पूरा उसके मुहं में जा पाएगा. फिर भी अर्चना ने अपना पूरा मुहं खोला और पहले लंड के सुपाड़े को मुहं में डाला. उनका सुपाड़ा ही इतना बड़ा था कि अर्चना का मुहं भर गया. फिर अर्चना ने अपने दोनों होंठ अंकल के लंड के आस पास ऐसे घुमा दिए जैसे अभी पूरा अंदर खींच लेगी और वैसा ही हुआ.. उसने पूरा लंड अपने मुहं में डाल लिया.. लेकिन मुझे यकीन नहीं हुआ कि उनका आधे से ऊपर ज्यादा लंड अर्चना के मुहं के अंदर था. फिर भी उन्होंने अर्चना का सर दबाया और पूरा लंड अंदर तक लेने को कहा.. लेकिन पूरा अंदर करते करते उसकी आँख से पानी निकल गया और उसने पूरा लंड बाहर निकाल दिया. मैंने देखा कि पूरा लंड गीला हो गया था और अर्चना का मुहं जैसे खुला का खुला ही रह गया. तो अंकल ने उससे पूछा कि कैसा लगा? तो उसने इशारे में कहा कि मज़ा आ गया और लंड को एक हाथ से पकड़कर अपने मुहं में अंदर बाहर करने लगी. अंकल भी उछल उछलकर मज़ा ले रहे थे.. फिर.. अच्छा दोस्तों गांड मरने का अपना अलग मजा है.
अंकल : क्यों आज कुछ और मज़े करने है?
अर्चना : सर हिलाते हुए हाँ कहा.. कि क्या मज़े करोगे?
अंकल : एक मिनट रूको.. कंप्यूटर चालू करो.
अर्चना : चालू ही है.
अंकल ने उठकर अपनी पेंट को लिया और उसकी जेब में से एक पेन ड्राईव निकाला और कंप्यूटर में लगाया
अर्चना : क्या चुदाई है?
अंकल : हाँ.
अर्चना : मैंने बहुत देखी है.. अरमान जब भी करते है चालू कर देते है.
अंकल : लेकिन यह थोड़ी अलग है.
अर्चना : क्यों ऐसा क्या खास है इसमे?
अंकल : तुम देखो तो सही खुश हो जाओगी और सारी थकान मिट जाएगी.
अर्चना : ठीक है दिखाओ.
अंकल : हाँ दिखता हूँ बस आ जाओ अब पास में.
आप लॉप ने कभी न कभी तो किसी न किसी की गांड मरी ही होगी अर्चना को अंकल ने अपनी गोद में बैठा लिया और बेड पर बैठ गये. तो मैंने देखा कि अर्चना के दोनों पैरों के बीच में से अंकल का मोटा लंड निकला हुआ था और अर्चना की पूरी चूत ढक गयी थी. तभी थोड़ी देर में फिल्म चालू हुई वो आफ्रिकन आदमी की थी और वो किसी गोरी मेडम के साथ थी. वो गोरी उसे सक कर रही थी और उसका मोटा और तगड़ा लंड देखकर अर्चना के चहरे के हावभाव बदल रहे थे और में अर्चना की तरफ ही देख रहा था. अर्चना ने अंकल के लंड को एक हाथ से पकड़ रखा था और अंकल अर्चना के बूब्स को दबा रहे थे.. इतने में फिल्म में आफ्रिकन आदमी का एक दोस्त आया और वो दोनों गोरी को चोदने लगे. तो वो देखकर अर्चना के होश उड़ गये. क्या दोस्तों आपने कभी भाभी को चोदा है कितना मजा आया बताना जरा.
अर्चना : बाप रे दोनों एक साथ में.
अंकल : हाँ ऐसे बहुत मज़ा आता है.
अर्चना : उसमे मज़ा क्या? बैचारी की हालत खराब हो जाती है.
अंकल : नहीं.. कुछ नहीं होता.. बहुत मज़ा आता है क्या तुमने कभी ट्राई किया है?
अर्चना : नहीं.. कभी नहीं. मुझे तो बहुत डर लगता है.
अंकल : कुछ नहीं होता उसमे.
अर्चना : नहीं बाबा तुम्हारा ही इतना मोटा है.. मुझे तो इससे ही बहुत डर लगता है.
अंकल : इसमे डरने की क्या बात है? जितना मोटा हो उतना ज़्यादा मज़ा देता है.
अर्चना : वो तो है.. लेकिन मुझे तो डर लगता है.
अंकल : अगर एक बार दो को एक साथ ट्राई करोगी तो खुश हो जाओगी.
अर्चना : ना बाबा.. मुझे तो सच में बहुत डर लगता है.
अंकल : कुछ नहीं होता.
अर्चना : नहीं अंकल प्लीज.
अंकल : अरे कुछ नहीं होगा.. अगर ऐसा हो तो एक के बाद एक ट्राई करना.
अर्चना : नहीं.
अंकल : अर्चना डार्लिंग ट्राइ करने में क्या जाता है? अगर मज़ा ना आए तो में अकेले ही करूँगा और वो सिर्फ़ देखेगा ठीक है.
अर्चना : नहीं अंकल किसी को पता चल गया तो बहुत दिक्कत होगी.
अंकल : क्यों हमारे बारे में आज तक किसी को पता चला?
अर्चना : लेकिन कुछ दिक्कत तो नहीं होगी ना?
अंकल : तुम्हे मुझ पर भरोसा है ना.
अर्चना : हाँ वो तो है.
अंकल : बस तो फिर में क्या उसे कॉल करूं?
अर्चना : किसको कॉल कर रहे हो?
अंकल : एक दोस्त है.
अर्चना : कौन?
मेरे मित्रगणों क्या मॉल थी उसकी चुची पीकर मजा आ गया : अरे तुम एक बार देखो फिर पहचान जाओगी और वो आए तब तक हम ये फिल्म देखते है और उसमे क्या करते है वो तुम ज़रा ध्यान से देखो? और थोड़ी देर बाद तुम्हे भी ऐसे ही मज़ा लेना है. फिर मैंने अर्चना को देखा तो वो फिल्म को इतना मजा लेकर देख रही थी जैसे उसको भी वो सब करना है. तो करीब 10 मिनट ही हुए होंगे कि दरवाजे पर बेल की आवाज़ आई.. अंकल चादर लपेट कर गये और दरवाजा खोला और दरवाजा बंद होने की आवाज़ आई. तभी थोड़ी देर के बाद मैंने देखा कि अंकल जैसा ही एक तगड़ा पंजाबी कमरे में आया. अर्चना ने कुछ नहीं पहना था और बेड पर बैठी हुई थी वो दूसरे मर्द को देखकर चकित हो गई और बोली कि अंकल यह तो हमारे ही पीछे वाले बंगले में रहते है और यह दीपक अंकल है ना. तो भूपी अंकल ने कहा कि हाँ वही है अर्चना थोड़ी देर तो चकित हो गयी. मै एक नंबर का आवारा चोदा पेली करने वाला लड़का हु मुझे लड़किया चोदना अच्छा लगता है.
क्या दोस्तों आपने अपने बहन की चूची को दबाया है तभी थोड़ी ही देर में दीपक जी ने अर्चना को छूना शुरू कर दिया और अर्चना ने उनको देखा और दीपक जी ने आँखो से इशारा किया और अर्चना ने दीपक जी की भी पेंट उतार दी और उन्होंने अंदर एकदम टाईट अंडरवियर पहना था. तो लंड के कारण वो अभी फट जायगी ऐसा लग रहा था अर्चना ने थोड़ी देर अंडरवियर के ऊपर से ही लंड को सहलाया और दीपक जी के सामने देखकर ऐसे हावभाव देने लगी कि बहुत मोटा और तगड़ा लंड है आपका दीपक जी ने अर्चना का सर पकड़कर उसका मुहं अपने अंडरवियर पर लगाया. तो अर्चना ने वहाँ पर किस किया और अंकल के सामने देखकर दोनों हाथ अंडरवियर पर रखकर इशारा किया कि अंडरवियर उतार दूँ. तो दीपक जी ने इशारे से कहा कि ठीक है और जैसे ही अर्चना ने अंडरवियर उतारा तो उनका लंड उछलकर जैसे ही बाहर आया. मैंने देखा कोई आफ्रिकन काले लंड से कम नहीं था.. वो मोटा तगड़ा लंड था और एकदम लंबा था.. लेकिन अभी तक पूरा टाईट नहीं हुआ था. फिर भी अर्चना के हाथ की गोलाई में नहीं समा रहा था.. अर्चना ने रुपेश गुप्ता सिंह के सामने देखा और हंसी. मेरे प्यारे दोस्तो चुची पिने का मजा ही कुछ और है.
रुपेश गुप्ता सिंह अर्चना से बोले : कैसा है? बोल मज़ा आएगा या नहीं?
अर्चना : आज तो लगता है में मर ही जाउंगी.
दीपक जी : अर्चना कुछ नहीं होगा.
अर्चना : क्या कुछ नहीं होगा जब इतना बड़ा यह अंदर जाएगा में मर ही जाउंगी.
रुपेश गुप्ता सिंह : नहीं डार्लिंग कुछ नहीं होगा.. मेरा जब पहली बार गया था तो कुछ हुआ था?
दीपक जी : सुनो हम दोनों तुमको इतना मज़ा देंगे कि तुम्हारा पति कभी नहीं दे पाएगा.
अर्चना : हाँ वो तो तुम्हारा लंड देखकर ही लग रहा है.. लेकिन मुझे तो बहुत डर लगता है.
रुपेश गुप्ता सिंह : कुछ नहीं होगा डार्लिंग.. तुम हटो ज़रा मुझे बेड पर आने दो.. यह कहकर रुपेश गुप्ता सिंह बेड पर सो गये और अर्चना को इशारा करते हुए बोला कि लंड चूसो. तो अर्चना रुपेश गुप्ता सिंह के दोनों पैरों के बीच में बैठकर दोनों हाथों से उनका लंड पकड़कर हिलाने लगी और फिर धीरे से किस किया और दीपक जी वहाँ पास में खड़े खड़े अर्चना के बूब्स दबा रहे थे. फिर अर्चना ने धीरे धीरे रुपेश गुप्ता सिंह का पूरा लंड उसके मुहं में ले लिया और इधर दीपक जी ने अर्चना की गांड पर हाथ लगाया और गांड थोड़ा ऊपर करने का इशारा किया.. अर्चना ने अपनी गांड ऊपर उठाई. अब वो डॉगी स्टाईल में आ गयी और बेड पर सोए हुए रुपेश गुप्ता सिंह के लंड को पूरा मुहं में ले रही थी और दूसरी तरफ दीपक जी बेड के पास खड़े हुए थे. उन्होंने अर्चना को कमर से पकड़कर बेड के किनारे खींच लिया और उनका तगड़ा मोटा लंड अर्चना की गांड पर छू गया. अर्चना ने पीछे देखा तो दीपक जी अर्चना की चूत में लंड डालने वाले थे.. तो अर्चना ने इशारे से मना किया.. लेकिन वो बोले कुछ नहीं होगा. अर्चना ने पास में पड़ी हुई तेल की बॉटल से थोड़ा तेल लिया और अपनी चूत पर लगाया दीपक जी अंदर डालने ही वाले थे कि उनको कहा कि एक मिनट रुकिये और फिर से थोड़ा तेल हाथ में लिया और दीपक जी के लंड पर लगाया और कहा कि बस अब धीरे धीरे जाने दो. ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना लड खड़ा ही हो जायेगा ..
मेरे मित्रगणों चुत छोड़ने के बाद सुस्ती सी आ जाती है दीपक जी ने जैसे ही अर्चना की चूत पर अपना लंड रखा तो अर्चना थोड़ी डर गयी.. दीपक जी ने अर्चना की कमर में हाथ डाला और उसकी कमर को कसकर पकड़ लिया ताकि वो ना हिले. फिर दीपक जी ने अपने लंड सुपाड़ा अर्चना की चूत पर रखा और धीरे से धक्का दिया.. लेकिन वो इतना मोटा और तगड़ा था कि एक झटके में अंदर जाने वाला नहीं था. तो उन्होंने अर्चना के दोनों पैरों को हाथ से इशारा किया कि वो उसके पैर थोड़े चौड़े करे जिससे चूत का छेद खुल जाए और जैसे ही अर्चना ने पैर फैलाए दीपक जी ने अर्चना की कमर पकड़कर लंड को धक्का लगाया और आधे से ज्यादा लंड अर्चना की चूत में चला गया. अर्चना के मुहं से चीख भी निकल गयी और रुपेश गुप्ता सिंह ने कहा कि दीपक ज़रा धीरे.. मर जाएगी वो बैचारी और अर्चना की आखों से पानी निकल गया और अर्चना लंड को बाहर निकालने की कोशिश कर रही थी.. क्या बताऊ मेरे मित्रगणों उसको देखकर किसी लैंड टाइट हो जाये.
मेरे मित्रगणों मने बहुत सी भाभियाँ चोद राखी है लेकिन दीपक जी ने उसकी कमर कसकर पकड़ी हुई थी ताकि वो हिल ना पाए थोड़ी देर ऐसे ही दीपक जी ने अपना आधा लंड अर्चना की चूत में रहने दिया. दूसरी तरफ अर्चना रुपेश गुप्ता सिंह की जांघो पर हाथ रखकर उनके लंड को चूस रही थी.. दीपक जी ने तेल की बॉटल उठाई और थोड़ा तेल अपने लंड पर डाला और देखा कि अर्चना का ध्यान लंड चूसने में है तो दीपक जी ने रुपेश गुप्ता सिंह की तरफ़ देखा और इशारा किया. तो रुपेश गुप्ता सिंह ने कहा कि एक मिनट और अर्चना का सर रुपेश गुप्ता सिंह ने हाथ में पकड़ लिया और दीपक जी को इशारा किया कि जाने दो अन्दर.. दीपक जी ने एक ज़ोर का धक्का मारकर पूरा लंड अर्चना की चूत में घुसा दिया. अर्चना चीखने ही वाली थी कि रुपेश गुप्ता सिंह ने अर्चना के मुहं को अपने लंड पर दबा दिया और मुहं में पूरा लंड डाल दिया और अर्चना का सर लंड पर दबाए रखा. में कांच में से देख रहा था और मुझे ऐसा महसूस हुआ कि जैसे कोई ब्लू फिल्म चल रही हो. दोनों हट्टे कट्टे तगड़े पंजाबी मर्द मिलकर मेरी बीवी को ऐसे चोद रहे थे जैसे कोई ब्लू फिल्म की हिरोईन को उठाकर लाए हो. तभी थोड़ी देर बाद अर्चना ने मुहं से लंड बाहर निकाला और मुहं से आवाज़ निकाली आहह फिर पीछे देखा. तो दीपक जी उसकी कमर पकड़कर खड़े थे और उनका मोटा लंड पूरा उसकी चूत में था. मेरे मित्रगणों क्या मलाई वाला माल लग रहा था..
चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए अर्चना ने सर हिलाकर इशारा करते हुए कहा कि मर गई. तो रुपेश गुप्ता सिंह ने कहा क्यों अर्चना मज़ा आया? तो दीपक जी बोले क्यों नहीं आएगा? तो अर्चना ने दीपक जी की तरफ देखा और बोला कि बहुत आया. फिर जैसे ही दीपक जी को अर्चना का इशारा मिला तो उन्होंने लंड को बाहर निकाला और फिर से ज़ोर से धक्का देकर पूरा लंड अंदर दबा दिया और उनके धक्के से अर्चना पूरी हिल गयी थी.. लेकिन उसे मज़ा आने लगा तो उसने अपनी गांड आगे पीछे करना शुरू कर दिया. दीपक जी ने भी अपना लंड अंदर बाहर करना शुरू कर दिया और दूसरी तरफ रुपेश गुप्ता सिंह अर्चना के मुहं में पूरा लंड अंदर बाहर कर रहे थे और उनका लंड अर्चना के थूक से गीला हो गया था. साथियो की पुराणी मॉल छोड़ने का मजा ही कुछ और है.
अब सुनिए चुदाई की असली कहानी फिर करीब 20-25 मिनट तक ऐसे ही चला.. दीपक जी अर्चना को चूत में धक्के देते रहे और रुपेश गुप्ता सिंह अर्चना को मुहं में लंड चुसवाते रहे. थोड़ी देर बाद रुपेश गुप्ता सिंह ने कहा कि दीपक तू इधर आ जा और तू भी देख कि तेरा लंड अर्चना के मुहं में पूरा अंदर जाता है कि नहीं और दीपक जी बेड पर आकर लेट गये और अब रुपेश गुप्ता सिंह अर्चना के पीछे खड़े हो गये और अर्चना की चूत में लंड डाल दिया.. लेकिन अर्चना को इतना दर्द महसूस नहीं हुआ.. क्योंकि अर्चना रुपेश गुप्ता सिंह के लंड को बहुत बार ले चुकी थी और अभी अभी दीपक जी का मोटा तगड़ा लंड अंदर जाकर आया था.. लेकिन दूसरी तरफ दीपक जी का लंड चूत में जाकर आया था तो एकदम चमक मार रहा था और तनकर गधे के लंड की तरह बड़ा हो गया था. मेरे मित्रगणों एक बार चोदते चोदते मेरा लंड घिस गया.
वहा का माहौल बहुत अच्छा था मेरे मित्रगणों तो उसको देखकर अर्चना ने जैसे ऐसा मुहं बनाया कि जैसे वो डर गयी.. दीपक जी ने आखों से इशारा किया कि मुहं में डालो. अर्चना ने सिर्फ़ सुपाड़ा ही मुहं में डाला था.. दीपक जी ने उसका सर पकड़कर आधा लंड अर्चना के मुहं में डाल दिया. अर्चना थोड़ा थोड़ा करके मुहं में लेने लगी.. 10-15 मिनट ऐसे ही चलता रहा. फिर मैंने देखा कि रुपेश गुप्ता सिंह ने अपनी रफ्तार बढ़ा दी और मुझे लगा कि उनका निकलने वाला है. तो अर्चना ने भी अपनी गांड आगे पीछे करके साथ देना शुरू किया. रुपेश गुप्ता सिंह कहने लगे आहह अर्चना मेरी डार्लिंग तेरी चूत आआहह और उन्होंने स्पीड एकदम बड़ाई और चुदाई करने लगे और अर्चना की कमर को कसकर पकड़े हुए थे और थोड़ी ही देर में उन्होंने अपना लंड बाहर निकाला. मैंने देखा तो उन्होंने अपना सारा माल अर्चना की चमकती हुई गांड पर गिरा दिया और उस पर अपना लंड घुमाने लगे.. मुझे साफ साफ दिख रहा था कि अर्चना की चूत फटकर भोसड़ा हो गयी थी. फिर वो अर्चना को कमर से पकड़े हुए थोड़े ऊपर हुए और बचा हुआ सारा माल अर्चना की गांड पर ही निकल गया. मेरे मित्रगणों उस लड़की मैंने चुत का खून निकल दिया.