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रीना भाभी और अंजलि को लंड खिलाया

Posted on:- 2024-12-08


हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम नैतिक है, में देहरादून का रहने वाला हूँ और मेरी उम्र 24 साल है. अब में आपका समय ख़राब ना करते हुए सीधा अपनी स्टोरी पर आता हूँ. ये कहानी 1 साल पहले की है, मेरा सूरत में अपना खुद का बिजनेस है. एक दिन कोहरे के मौसम में शाम को करीब 9 बजे अपने ऑफिस से घर आ रहा था. अब कोहरा ज्यादा होने की वजह से सभी जगह आवागमन कम हो गया था तो ऐसे में मैंने देखा कि एक औरत बस स्टॉप पर अकेली बस की राह देख रही थी. अब कोहरा ज्यादा होने की वजह से बस बंद थी. इसके बाद मैंने उसकी मदद करने के लिए अपनी बाइक रोक दी और इसके बाद मैंने उससे पूछा कि आपको कहाँ जाना है? तो उसने बताया कि उसे थोड़ी दूर तक जाना है. मैंने कहा कि कोई बात नहीं में आपको घर तक छोड़ दूँगा और वो शरमाते हुए मेरे पीछे बैठ गयी. अब रास्ते में बारी-बारी बाइक के ब्रेक लगाने की वजह से उसके बूब्स मेरी पीठ पर टकराने लगे थे और मेरा लंड धीरे-धीरे टाईट होने लगा था. इसके बाद थोड़ी देर के बाद वो जानबूझकर अपने बूब्स मेरी पीठ पर रगड़ने लगी और में पूरे जोश में आ गया. इसके बाद थोड़ी देर के बाद उसका घर आ गया और मैंने अपनी बाइक रोक दी. इसके बाद उसने कहा कि आप मेरे घर एक कप कॉफी पीकर जाना, तो मैंने कहा कि ठीक है. इसके बाद हम लोग अंदर गये, उसका मकान बहुत बड़ा और आलीशान था. इसके बाद अंदर जाने के बाद वो सीधी बाथरूम में चेंज करने के लिए चली गयी और 5 मिनट के बाद वापस आकर मुझसे कहा कि आप भी बहुत भीग गये हो, आप भी चेंज कर लो, तब तक में कॉफी बनाती हूँ. इसके बाद में चेंज करके वापस सोफे पर बैठ गया और वो कॉफी लेकर आई, तो कॉफी पीते वक्त मैंने देखा कि वो एक खूबसूरत और करीब 29 साल की औरत थी, उसका रंग एकदम गोरा था और उसकी साईज 36-30-38 थी, उसका नाम रीना था. इसके बाद उसने बताया कि उसकी शादी 3 साल पहले हुई थी और उसे अभी तक कोई बच्चा नहीं है. इसके बाद उसने कहा कि मेरा पति पूरे महीने में सिर्फ़ 5-8 दिन ही घर आता है क्योंकि वो काम की वजह से ज़्यादातर आउट ऑफ टाउन ही रहते है और इसके बाद वो धीरे से सरककर मेरे पास आकर बैठ गयी. इसके बाद धीरे-धीरे उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और सहलाने लगी. उसने कहा कि आप मेरी एक मदद करोगे? तो मैंने कहा कि क्या? तो उसने कहा कि मुझे एक बच्चा चाहिए अगर तुम मेरी चुदाई कर सको तो में तुम्हारा उपकार जीवनभर नहीं भूलूंगी और उसने कहा कि मेरे पति में कुछ प्रोब्लम है, वो कुछ कर ही नहीं पाते है और जब भी सेक्स की बारी आती है, तो वो अपना पानी निकालकर ही रह जाते है, इसलिए मेरे बच्चा नहीं है, प्लीज हेल्प मी, क्या तुम मुझे वो सुख दे सकते हो? तो में तैयार हो गया. इसके बाद वो मुझे अपने बेडरूम में ले गयी. इसके बाद अंदर जाते ही मैंने उसे कसकर अपनी बाँहों में भर लिया और उसके होंठो पर अपने होंठ रखकर लिप किस लेने लगा, तो वो धीरे-धीरे गर्म होने लगी. इसके बाद मैंने उसकी नाइटी उतार दी, अब में तो उसके बूब्स देखकर दंग रह गया था. इसके बाद मैंने झट से उसकी ब्रा उतार दी और उसकी पेंटी भी उतार दी, अब वो एकदम नंगी हो गयी थी. में उसकी बूब्स को चूमने लगा, तो तभी उसका मोबाईल बजने लगा. इसके बाद उसने फोन उठाकर बात की और वापस आ गयी और मुझसे कहा कि मेरी एक सहेली आ रही है, आपको कोई प्रोब्लम तो नहीं है ना? तो मैंने कहा कि ओके. इसके बाद में वापस से उसको चूमने लगा. उसने धीरे-धीरे मेरे सारे कपड़े उतार दिए और मेरा 7 इंच का लंड देखकर उसने कहा कि मैंने आज तक इतना बड़ा लंड नहीं देखा है और इसके बाद वो मेरे लंड को सहलाने लगी और अपने मुँह में लेकर लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी. इसके बाद तभी उसकी सहेली अंजलि आ गई और इसके बाद रीना ने उठकर अंजलि के सारे कपड़े उतार दिए और वो दोनों बारी-बारी से मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर चूसने लगी. इसके बाद मैंने रीना की मस्त चूत पर अपना एक हाथ फैरना शुरू किया और अपनी एक उंगली उसकी चूत में डाल दी, उसकी चूत बहुत टाईट थी. इसके बाद मैंने उन दोनों की चूत बारी-बारी करीब 30 मिनट तक चाटी. अब वो दोनों पूरी तरह से गर्म हो चुकी थी. इसके बाद मैंने अपना लंड रीना की चूत पर रखकर एक ज़ोर का शॉट मारा तो मेरा आधा लंड उसकी चूत में धंस गया और वो ज़ोर से चिल्लाने लगी और उसने कहा कि अपना लंड बाहर निकाल लो, मुझे बहुत दर्द होता है. इसके बाद तब मैंने अंजलि को इशारा किया कि अंजलि तो उसने अपना मुँह रीना के मुँह पर रख दिया. इसके थोड़ी देर के बाद उसको भी मज़ा आने लगा. इसके बाद मैंने एक और ज़ोर का शॉट मारा तो मेरा 7 इंच का लंड पूरा का पूरा रीना की चूत में चला गया और वो ऊई माँ ऊई माँ चीखने लगी. इसके बाद थोड़ी देर बाद वो भी अपनी गांड उठा-उठाकर मेरा साथ देने लगी. अब इस बीच वो दो बार झड़ चुकी थी. अब वो कहने लगी थी कि विनय मुझे ज़ोर ज़ोर से चोदो, फाड़ दो मेरी चूत को और मेरी चूत का भोसड़ा बना दो. और मैं पैरों के पंजों की ताकत लागर उसकी भोसडी मार रहा था. अब में ज़ोर-ज़ोर से शॉट मारने लगा था वो ऊई माँ ऊई माँ चीख रही थी, अब में झड़ने वाला था तो मैनें अपना लंड बाहर निकालकर अंजलि के मुँह में झड़ गया और अंजलि मेरा सारा पानी पी गयी और मेरे लंड को साफ कर दिया. इसके बाद मेरा लंड इसके बाद से खड़ा हो गया और इस बार मैंने अंजलि को खूब चोदा. इसके बाद रातभर में मैंने उन दोनों को दो-दो बार चोदा. इसके बाद हमें जब कभी भी कोई मौका मिला तो हमने खूब चुदाई की और बहुत मजा किया. अब तो उसकी चुदाई से लंड सिकुड़ गया.

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