हाय साथियों, में आज आप सभी को अपनी नई नवेली भाभी के साथ अपनी उस सच्ची घटना को आप सभी को आज सुनाना चाहता हूँ जिसमें मैंने अपनी भाभी के साथ बहुत जमकर चुदाई के मज़े लिए जो एक पतिव्रता पत्नी थी. में और मेरी भाभी के पति को मिलाकर हम तीन भाई है. वो मेरे बड़े भैया की पत्नी हमारी भाभी है, जिनको हम दोनों भाइयों ने मिलकर चोदा और में अपनी भाभी को देखकर शुरू से ही बहुत आकर्षित रहता था.
साथियों मेरी नई नवेली भाभी दिखने में बहुत हॉट मस्त माल लगती है. वो हमेशा बड़े ही आकर्षक कपड़े पहनती थी और उनके बड़े गले के ब्लाउज से उनके गोरे गोरे बूब्स बड़े ही मस्त नजर आते थे, जिनको देखकर में हमेशा उनकी तरफ आकर्षित होता और वो हमेशा मुझसे खुलकर बहुत हंस हसंकर बातें किया करती, लेकिन कभी भी किसी बात का बुरा नहीं मानती. फिर एक दिन ऐसे ही बातों बातों में दिनेश मजाक करते हुए उनसे अपने मन की बात कहने लगा और अब आगे की वो बात आप ही सुन लीजिए.
अरे यार विपिन के होते हुए मेरी भाभी को कोई भी तकलीफ़ नहीं होनी चाहिए और भाभी के गीले गदराए बदन को देखकर वो बोला कि भाभी आपको इस रूप में देखकर तो कहीं भाई का विचार बदलकर आपके साथ कुछ करने का वो विचार ना बना ले? यह बात सुनकर वो शरमा गई और वो थोड़ा सा हंसकर वापस से कपड़े उठाने लगी.
तभी दिनेश बोला कि भाभी आज आपको देखकर मेरा कंट्रोल खो रहा है कही में आज आपके साथ कुछ ना कर बैठूं? फिर भाभी कहने लगी क्या दिनेश तुम बिल्कुल पागल हो गये हो? और तुम भूल गये हो कि तुम अपने भाई की पत्नी से बात कर रहे हो और वैसे भी तुम अपनी भाभी के बारे में ऐसा कैसे सोच सकते हो? लो वो राहुल भी आ गया. तभी राहुल बोला, ओह क्या बात है? आज तो देवर भाभी के बीच में प्यार चल रहा है और मुझे आपके खिले चेहरे को देखकर सब कुछ पता चल गया है?
भाभी उससे बोली अरे चुपकर बदमाश जो मर्जी पड़े तू कुछ भी बोलता रहता है और तेरा भाई भी ठीक तेरी ही तरह है, वो भी इतनी देर से ना जाने क्या क्या बकता जा रहा है और वैसे भी तुम दोनों भाई अपने भैया के बिल्कुल विपरीत हो, वो कितने सीधे-साधे है और तुम दोनों कितने तेज हो.
अब दिनेश कहने लगा कि भाभी जी प्लीज हम आपसे मज़ाक नहीं करेंगे तो आप ही हमें बताओ कि हम किससे यह सब बातें हंसी मजाक करेंगे और आपके अलावा कौन है यहाँ पर हमारे पास? भाभी बोली ओह तो कोई बात नहीं तुम यह सब बातें करने के लिए अपनी अपनी एक गर्लफ्रेंड बना लो और फिर उससे तुम जितना चाहो उतना मजाक मस्ती करना, वो तुमसे कुछ भी नहीं कहेगी और उसको भी तुम्हारे साथ बड़ा अच्छा लगेगा और उसे भी मज़ा आएगा.
राहुल कहने लगा कि हाँ भाभी हम गर्लफ्रेंड तो जरुर बना ले, लेकिन आजकल की लड़कियों में आप जैसी वो बात कहाँ है जो सेक्सी गदराया हुआ गोरा बदन आपका है और जो गुलाबी होंठ, यह एकदम टाइट और बिल्कुल गोल आकार के बूब्स और यह सही आकार की टाइट उभरी हुई गांड, आजकल कहाँ किसी में इतना सब कुछ मिलता है जो सब कुछ आप में है.
अब भाभी राहुल के मुहं से वो सभी बातें सुनकर बड़ी ही चकित होकर कहने लगी अरे यार तुमने तो बिल्कुल ही हद कर दी, क्या तुम लोगों को बिल्कुल भी लिहाज शरम बाकी नहीं रही. तुम यह सब क्या बोल रहे हो और किससे बोल रहे हो? और अगर तुम्हारे भाई को तुम लोगों के इन इरादो के बारे में पता चल गया तो वो तुम्हारा क्या हाल करेंगे?
दिनेश कहने लगा कि भाभी हमे पूरा विश्वास है कि आप अपने प्यारे प्यारे देवरो के साथ ऐसा कुछ भी नहीं करोगी, क्या आपके देवरो का अपनी प्यारी सुंदर भाभी पर इतना भी हक नहीं कि हम आपसे थोड़ा सा हंसी या मज़ाक कर सके? तो भाभी बोली कि हाँ मज़ाक तक तो ठीक है, लेकिन आज मुझे तुम लोगो के इरादे कुछ और ही लग रहे है और यह सब मुझे तुम्हारी इस तरह की बातें सुनकर कुछ अलग सा महसूस हो रहा है.
दिनेश बोला कि भाभी आप ही हमें बताए आप जहाँ कहीं भी जाती हो वहां पर सभी लोग बस आप ही को देखते है ना? भाभी बोली हाँ तो उसमे क्या परेशानी है? देखने वालों को देखने दो. तो फिर अगर हम भी आपको देखते है और आपको इतना चाहते है तो इसमे क्या ग़लत बात है, प्लीज़ भाभी आप चाहो तो हम दोनों देवरो को भी अपना सकती हो, क्योंकि हम दोनों तो आपको अपना बनाना के लिए ना जाने कब से बैताब है, लेकिन आपकी हाँ का इंतजार कर रहे है.
अब भाभी बोली तुम दोनों आज बिल्कुल पागल हो गये हो, चलो अब दूर हटो, जाने दो मुझे बाहर बहुत बारिश हो रही है. साथियों इस तरह से वो दोनों मिलकर हमेशा जब भी उन्हें कोई अच्छा मौका मिलता अपनी भाभी को अपनी बातों में फंसाने की कोशिश करते रहते थे और अब दिनेश किसी भी तरह से बस अब भाभी को पाना चाहता था. इसके लिए वो बहुत नये नये विचार भी करता रहता.
अब उसने थोड़ी सी हिम्मत करके अपनी भाभी से पूछ ही लिया क्यों भाभी इस नये साल पर आपका क्या करने का प्लान है? तभी वो बोली हुम्म क्या खाक प्लान बनाऊँ, तुम्हारे भाई को तो उनकी कंपनी वालों के साथ कल ही दिल्ली जाना है और उनकी कंपनी अपने सभी काम करने वालों के लिए नये साल पर दिल्ली में एक बहुत बड़ी पार्टी रख रही है, इसलिए उनका वहां पर जाना ज़रूरी है.
इस वजह से मेरा नया साल तो इस बार बेकार चला गया और तभी राजू कहने लगा कि भाभी आप इस बात की चिंता क्यों करती हो आपके यह दो दीवाने देवर है ना, हम साथ में मिलकर नये साल में मज़े मस्ती करेंगे, क्यों ठीक है भाभी? तो भाभी ने उनकी बातें सुनकर खुश होकर कहा कि हाँ ठीक है.
राजू और दीपक ने मिलकर विचार किया कि कैसे एक साथ मिलकर भाभी को नये साल में चोदा जाए? फिर उस नये साल की पार्टी में वो ड्रिंक्स ले आए और रात के समय उन्होंने पीना शुरू कर दिया और कहने लगे, लो भाभी आप भी लो ना. फिर भाभी ने कहा कि हाँ ठीक है अगर तुम दोनों इतना कहते हो तो में तुम्हारा दिल रखने के लिए सिर्फ़ बियर पी लूँगी और उन्होंने पीने के लिए हाँ कह दिया.
साथियों उन दोनों भाइयों में दीपक बहुत ज्यादा समझदार था इसलिए वो उसने बोला कि भाभी ज़रा आप थोड़ा सा बर्फ लेकर आना ऐसे पीने में मज़ा नहीं आएगा और अब भाभी हाँ कहकर उठकर चली गई.
भाभी के उठकर जाते ही उसने उसके गिलास में थोड़ी सी वोड्का मिला दी और वो वापस आकर पीने लगी और उसके पीने के कुछ देर बाद अब नशा भाभी को चड़ चुका था इसलिए वो अब बड़ी बहकी बहकी बातें करने लगी थी. तभी राजू ने म्यूज़िक लगा दिया और वो भाभी से उसके साथ में डांस करने का आग्रह करने लगा. भाभी उस समय काले कलर की साड़ी में गहरे गले और बिना बाहँ के ब्लाउज में बड़ी कातिल लग रही थी और फिर वो कहने लगा भाभी आज तो आप बहुत ही सेक्सी मस्त पटाका लग रही हो, कहीं आज में आपके साथ कुछ ग़लत ना कर बैठूं?
लेकिन अब भाभी पहली बार उसकी बातों से नाराज़ होने की बजाए मुस्काराई, तो जैसे उन दोनों को उनकी तरफ से एक ग्रीन सिग्नल मिल गया और अब डांस करने के बीच ही राजू ने भाभी की गोरी नंगी पीठ पर अपना एक हाथ सहलाना शुरू कर दिया.
उस समय नशे के सुरूर की वजह से वो इसके साथ मज़े कर रही थी और तभी पीछे से दीपक ने आकर भाभी की डोरी को खोल दिया जिससे उनका ब्लाउज खुल गया. अब राजू ने सही मौका देखते ही तुरंत ब्लाउज को निकाल दिया और वो उस समय विरोध करना चाहती थी, लेकिन नशे की वजह से कुछ नहीं कर पा रही थी.
अब अपनी सेक्सी भाभी को काली कलर की जालीदार ब्रा में देखकर उन दोनों का हाल बड़ा बुरा हो गया था और अब राजू ने भाभी की साड़ी को भी आराम से खोल दिया और साड़ी खुलते ही दीपक ने भाभी का पेटीकोट नीचे खींच दिया. अब भाभी सिर्फ़ काली कलर की पेंटी और ब्रा में थी साथियों जिस सुंदर सेक्सी और गरदाये जिस्म को पाने के वो दोनों आज तक सपने देखते थे. आज वो उनके सामने ब्रा पेंटी में खड़ी थी. जिसको देखकर लगता था कि वो कोई काम की देवी के सामने खड़े होकर अपना मन बहला रहे थे.
उनको पाने का सपना आज सच होने की वजह से वो बहुत खुश थे. अब राजू ने आगे बढ़कर भाभी को गर्दन पर एक किस करना शुरू करते हुए उसने भाभी की ब्रा के हुक भी खोल दिए और ब्रा के खुलते ही अब दुनिया के सबसे सुंदर बूब्स जिसके गुलाबी कलर के निप्पल उस हल्की रौशनी में चमकने लगे थे.
दीपक ने बिना समय खराब किए भाभी के एक बूब्स को अपने मुहं में ले लिया और वो उसको ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा, जिसकी वजह से पूरे कमरे में उसके बूब्स चूसने की आवाज़ के साथ साथ भाभी की सिसकियों की आवाज भी आ रही थी.
अब वो दोनों बहुत गरम हो गए थे और तभी राजू ने बिना देर किए भाभी की पेंटी में अपना एक हाथ डालकर उसको नीचे सरका दिया और उसने अपना हाथ भाभी की चूत पर रख दिया.
अब दोनों ने भाभी को बेड पर लेटा दिया और राजू ने अपने सभी कपड़े खोल दिए और भाभी कहीं होश में आकर पूरे खेल का मज़ा खराब ना कर दे. इससे पहले उसने एक बार भाभी की चूत को मारना ही सही समझते हुए अपना पांच इंच का लंड भाभी की गुलाबी और टाइट चूत के मुहं पर रख दिया, जो उस हल्की रौशनी से बिल्कुल लाल और मस्त कामुक लग रही थी और फिर उसने धीरे धीरे अपना लंड भाभी की चूत की गहराईयों में डाल दिया और उसने भाभी के होंठो को चूसते हुए धक्के देने शुरू कर दिए और अब भाभी को शायद दर्द की वजह से होश आने लगा था और उसका कुछ नशा कम होने लगा था और इसलिए वो थोड़ा सा विरोध करने लगी.
वो कहने लगी कि राजू तुम यह क्या कर रहे हो, प्लीज़ यह सब ग़लत है और में तुम्हारी भाभी हूँ, प्लीज़ ऐसा मत करो, लेकिन में अब नहीं रुका, क्योंकि मुझे बहुत अच्छी तरह से मालूम था कि अगर में आज भाभी की चुदाई नहीं कर पाया तो मुझे कभी भी दोबारा ऐसा चुदाई का मौका नहीं मिलेगा.
फिर मैंने उनसे कहा हाँ भाभी बस हो गया, बस थोड़ी सी देर और बस प्लीज़ होने वाला है और मैंने इतना कहकर अपने धक्को की स्पीड को पहले से ज्यादा बड़ा दिया था और उधर दीपक ने भाभी के एक बूब्स को अपने मुहं में और दूसरे बूब्स को अपने हाथ में ले रखा था. वो दोनों बूब्स को पूरे जोश में आकर उनको निचोड़ रहा था.
साथियों अब भाभी को इतना तो एहसास हो ही गया था कि वो दोनों आज उनको बिना चोदे नहीं छोड़ने वाले है. फिर इसलिए भाभी ने उनसे कहा कि हाँ प्लीज ठीक है तुम मेरे साथ सब कुछ कर लो, लेकिन तुम अपना पानी मेरी इस चूत के अंदर मत निकालना वरना मुझे बाद उसकी वजह से बहुत पेशानी होगी. तुम्हे मज़ा आएगा और मुझे उसकी सज़ा भुगतनी पड़ेगी. तुम ऐसा कोई भी काम मत करना कि में किसी को अपना मुहं भी ना दिखा सकूं.
रामू ने कहा कि भाभी इसमें ही तो असली मज़ा है और अगर डर डरकर सेक्स किया तो वैसा मज़ा उसमे कहाँ है? प्लीज़ में आपको गर्भनिरोधक गोली खिला दूँगा. उससे सब कुछ ठीक हो जाएगा, बस आज आप यह सब कुछ होने दो किसी भी बात के लिए हमें मना मत करो, लेकिन वो अब भी उनसे आग्रह करती रही ओह्ह्ह्हह् भाभी आह्ह्ह्ह में अब झड़ने वाला हूँ. बस ओह्ह्ह्हह मेरी जान और फिर ज़ोर की स्पीड से गहराई तक राजू का वीर्य भाभी की चूत में समा गया और वो भाभी के गरम नंगे जिस्म से पूरे दस मिनट तक चिपका रहा और अब भाभी भी पूरे होश में आ गई थी, इसलिए वो उससे कहने लगी कि राजू तुमने मेरे मना करने के बाद भी यह क्या कर दिया? तुमने मुझे आज कहीं का नहीं छोड़ा और वो चिल्लाते हुए ज़ोर से रोने लगी.
उन दोनों ने भाभी को दिलासा दिया और उनको बहुत बार समझाया कि यह जो कुछ भी आज हमारे बीच में हुआ है इसके बारे में हम कभी भी किसी को नहीं बताएगे और तब जाकर उनकी वो बातें सुनकर भाभी कुछ शांत हुई और भाभी का वो गोरा सेक्सी नंगा बदन देखकर मेरा लंड एक बार फिर से चुदाई के लिए तनकर खड़ा हो गया. अब भाभी ने यह सब देख लिया था और फिर दीपक भाभी के पास गया और उसने भाभी को अपनी बाहों में लेकर तुरंत हग कर लिया और वो भाभी को लीप किस करने लगा और अब भाभी भी कुछ देर बाद गरम होकर उसका साथ देने लगी थी.
अब दीपक ने बोला कि भाभी में जब भी आपकी गांड देखता था मेरा दिल तुम्हारी गांड में अपना लंड डालकर उसमें धक्के मारने का करता था, लेकिन मुझे कभी भी ऐसा कोई मौका नहीं मिला और आज में सबसे पहले आपकी गांड ही मारूँगा. में इसमे सबसे पहले अपना लंड डालूँगा. फिर भाभी उसकी बातें सुनकर डर गई. वो कहने लगी कि नहीं दीपक प्लीज यह तो आज तक मैंने उनको भी मतलब अपने पति को भी नहीं छेड़ने दी, प्लीज़ नहीं, तुम इसका पीछा छोड़ दो.
उसी समय दीपक बोला कि भाभी अब आप यह सब नाटक करना बंद करो. यह मेरा सपना है प्लीज़ आज आप मुझे इसके लिए मना मत करो. फिर वो बोली कि हाँ ठीक है, लेकिन तुम्हे जो कुछ भी करना है तुम आराम से करना प्लीज. फिर दीपक ने भाभी के मुहं से उनकी हाँ सुनकर कहा कि हाँ ठीक है भाभी और फिर उसने बहुत सारा तेल अपने लंड पर लगाया और बहुत सारा तेल उसने भाभी की गांड के छेद पर भी लगाकर उनकी गांड को बहुत चिकना कर दिया और फिर उसने अपना खड़ा लंड भाभी की गांड के छेद पर टिका दिया.
साथियों उनकी गांड इतनी गोल गोरी और सुंदर थी कि उसको देखकर बस मज़ा ही आ जाए. उनकी गांड का छेद भी हल्का गुलाबी रंग का था. फिर दीपक ने धीरे धीरे अपना लंड भाभी की गांड में डालना शुरू ही किया कि वो दर्द से करहाने लगी और वो कहने लगी उफफ्फ्फ्फ़ माँ में मर गई प्लीज इसको तुम अब आईईईइ बाहर निकालो, नहीं तो में आज मर ही जाउंगी स्सीईईईईईई मुझे बहुत दर्द हो रहा है प्लीज अब बाहर करो इसको, तुम्हे क्या मेरी बात समझ में नहीं आती. में तुमसे क्या कह रही हूँ? बंद करो यह सब मुझे नहीं करना.
फिर भाभी की चीख, पुकार उनके दर्द को देखकर अब दीपक ने अपने धक्के पहले से ज्यादा हल्के हल्के धक्के लगाने शुरू कर दिए और वो लगातार अपने लंड को अंदर बाहर करता रहा और जब उनका दर्द दीपक को कम महसूस हुआ तब दीपक ने एक हल्के से झटके के साथ अपने लंड को थोड़ा सा और आगे सरका दिया, जिसकी वजह से अब भाभी भी मज़े करने लगी थी और बस आखरी धक्के में दीपक का पूरा लंड भाभी की गांड के अंदर चला गया.
अब दीपक ने धीरे धीरे से अपना लंड आगे पीछे करना शुरू कर दिया और दीपक ने भाभी की गांड को लगातार ज़ोर से धक्के दे देकर लाल कर दिया और उधर राजू ने अपना लंड भाभी के मुहं में डाल दिया और उधर दीपक ने भाभी के कूल्हों को कसकर पकड़कर अपने लंड को उसने जोर लगाते हुए पूरा जड़ तक अंदर डाल दिया और फिर उसने ज़ोर के धक्के के साथ अपना पूरा माल भाभी की गांड के अंदर ही निकाल दिया जो अब लंड के अंदर बाहर होने की वजह से बाहर निकलकर बहने लगा और उनकी गोरी जांघो पर टपकने लगा. साथियों उस रात को हम दोनों भाईयों ने मिलकर अपनी सेक्सी भाभी के साथ कई बार सेक्स किया.
फिर हम तीनों थककर नंगे ही सो गए और उसके बाद सुबह हम सभी ने साथ में बाथरूम में जाकर नहाने के भी मज़े लिए, लेकिन नहाना खत्म होने से पहले दीपक ने भाभी से कहा कि भाभी में आपके मुहं में भी अपना लंड डालकर चुदाई करना चाहता हूँ आप वैसे भी नहा रही हो प्लीज़ मेरा लंड अपने मुहं में डाल लो.
भाभी बोली कि अब तुम मेरे साथ पहले ही सब कुछ तो कर ही चुके हो तो तुम तुम्हारी इस आखरी इच्छा को भी तुम पूरा कर लो और फिर हम दोनों ने सबसे पहले भाभी को उनके सर से लेकर पैर तक अपने पेशाब से नहला दिया और नहाते नहाते भी हमने कभी उनके मुहं में तो कभी उनकी चूत में और कभी पीछे से एक बार चुदाई के मज़े किया.
साथियों बस जब से लेकर अब तक कहीं भी कभी किचन में, कभी सीड़ियों पर, कभी छत पर, कभी बालकनी में, घर के हर एक जगह हर कोने में हम भाभी की गांड में अपना लंड डाल देता और फिर उनकी गांड भी मारता रहा.लंड से धक्के देकर चोदते रहते है और हर बार वो हमारा पूरा पूरा साथ देती है. उनको भी हमारी चुदाई से बहुत मज़ा आता है. अब वो हर बार हमारी चुदाई से पूरी तरह से संतुष्ट रहती है और हम सभी मिलकर सेक्स के बड़े मज़े करते है.