हैल्लो साथिओं मेरा नाम गोपाल वर्मा है और में 25 साल का एक बहुत अच्छा दिखने वाला लड़का हूँ और मेरी लम्बाई 5.9 इंच है और मेरा लंड 7 इंच लंबा और 2 इंच मोटा है और में इस समय ग्रजुएट की पढ़ाई कर रहा हूँ. साथिओं आज में आप सभी को अपनी एक सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ जिसमे मैंने अपने पड़ोस में रहने वाली एक आंटी को चोदा और बहुत मज़े किए और अब में आप सभी को ज्यादा बोर ना करते हुए सीधे अपनी उस चुदाई की घटना को पूरी तरह विस्तार से बताता हूँ. में उम्मीद करता हूँ कि इसको पढ़कर आप सभी को बहुत मज़ा आएगा.
साथिओं उस समय हमारे पड़ोस में एक आंटी रहा करती थी और वो दिखने में गद्देदार चुतरों की सेक्सी और सुंदर थी, उसकी उम्र शायद 31 साल की थी उसके बूब्स बहुत ही बड़े आकार के थे जिसकी वजह से उसके दोनों बूब्स हमेशा उसके कपड़ो से बाहर झांकते रहते थे और में तो हमेशा उनको घूर घूरकर देखता ही रहता था और उसकी गांड भी बहुत अच्छी थी में हर रोज उनके नाम की मुठ मारता था मुझे उसको एक बार चोदने का बहुत मन करता था, लेकिन में क्या करता मेरी इतनी हिम्मत ही नहीं होती थी में बस उन्हें देखकर ही अपना काम चला लेता था और वो कई बार हमारे घर पर आती थी. तो में उसकी मटकती हुई बड़ी गांड और झूलते, लटकते हुए बूब्स को घूरकर देखता रहता था. मेरा कई बार उसे छूने का मन होता था और फिर ऐसे ही दिन गुजरते चले गए.
साथिओं एक बार की बात है मेरी मम्मी ने मुझसे कहा कि घर पर नींबू नहीं है तो तुम एक काम करो पड़ोस वाली आंटी के घर से लेकर आ जाओ और उन्होंने मुझे उसके घर नींबू लेने के लिए भेज दिया साथिओं मम्मी के मुहं से उनके घर पर जाने की बात सुनकर में मन ही मन बहुत खुश हुआ और फिर में तुरंत खुशी खुशी वहां पर चला गया और अब मैंने उसके दरवाजे को धीरे से खटखटा दिया तो वो दरवाजा खोलने आई और जैसे ही वो ठीक मेरी आखों के सामने आई में तो उसको देखकर बिल्कुल हैरान हो गया क्योंकि वो सीधा बाथरूम से नहाकर बाहर आई थी और उस समय उसका बदन सिर्फ़ एक टावल से ढका हुआ था जिसकी वजह से मुझे उसका एकदम गोरा, सेक्सी बदन दिख रहा था वो बहुत ही हॉट लग रही थी.
कुछ देर देखने के बाद उसके कहने पर में अंदर चला गया और उसके मुझसे आने की वजह पूछने पर मैंने उससे कहा कि मेरी मम्मी ने मुझसे कुछ नींबू लाने के लिए कहा था इसलिए में आपके घर पर चला आया, लेकिन साथिओं मेरा पूरा पूरा ध्यान तो अब भी उसकी बाहर से दिखती हुई उभरी हुई छाती और गोरी गोरी चिकनी जांघो पर ही था. में उसे लगातार घूर रहा था और इस बात को शायद वो भी बहुत अच्छी तरह से जानती थी. फिर वो मेरे कहने पर नींबू लेने के लिए किचन की तरफ चली गई और में पीछे से उसकी मटकती हुई गांड को देख रहा था और बहुत मज़े लेने लगा. तो वो वापस मेरे पास आई और उसने मुझे नींबू मेरे हाथ में दे दिए, मैंने तुरंत अपनी नज़रों को नीचे झुका दिया, लेकिन तभी मैंने जानबूझ कर नींबू को नीचे गिरा दिए और फिर में नींबू लेने के लिए थोड़ा नीचे झुक गया.
मैंने टावल के नीचे से अंदर की तरफ देखा तो उसने पेंटी पहन रखी थी में वो देखकर बहुत उदास हो गया, लेकिन शायद उसे पता चल गया था कि में नीचे की तरफ झुककर क्या देख रहा हूँ? फिर जब में उठकर खड़ा हुआ तो उसने मुझसे पूछा कि नीचे बैठकर तुम ऐसा क्या देख रहे हो? साथिओं में उसके मुहं से यह बात सुनकर एकदम से बहुत डर गया था.
में : कुछ नहीं आंटी में तो वो नीचे गिरे हुए नींबू ले रहा था.
आंटी : तू मुझसे अब ज्यादा झूठ मत बोल, मुझे पता है चल में तेरी मम्मी को यह बात बोलती हूँ.
मैंने उनकी बात सुनकर बहुत डरते हुए कहा कि आंटी प्लीज मुझसे ग़लती हो गई है आप प्लीज मुझे माफ़ कर दो में कभी ऐसा नहीं करूंगा प्लीज. फिर वो बोली कि चलो अब जाओ यहाँ से और में जल्दी से उलटे पैर अपने घर पर आ गया. मेरे दिल की धड़कने बहुत तेज हो चुकी थी और में ऊपर से लेकर नीचे तक पूरा पसीने से नहाया हुआ था. मैंने घर पर पहुंचकर अपनी मम्मी को नींबू दे दिए और अब में अपने कमरे में आकर उस घटना के बारे में सोचकर भगवान को आज मुझे बचाने के लिए धन्यवाद देने लगा.
फिर उसके थोड़े दिन बाद वो हमारे घर पर आई, मैंने दरवाजा खोला और उससे डरते हुए अपनी नज़र को नीचे झुका लिया, वो मेरी मम्मी के पास अंदर चली गई और अंदर अपना काम खत्म करके थोड़ी देर बाद बाहर आई और मेरे कान में मुझसे बोली कि घर पर आ जाओ. साथिओं मुझे थोड़ा डर तो जरुर लगा, लेकिन में फिर भी कुछ देर बाद उसके घर पर चला गया और तब उसने मुझसे बैठने को कहा में सोफे पर अपनी नजर को नीचे झुकाए बैठ गया और तब वो मुझसे बोली कि उस दिन की सज़ा के लिए तुम कल सुबह 9:00 बजे आ जाना.
साथिओं उसके अगले दिन में डर की वजह से नहीं गया, वो खुद 9:20 बजे मेरे घर पर आई उस समय मम्मी दूसरे कमरे में थी और उसने आकर मुझसे कहा कि चुपचाप घर पर आजा वरना में तेरी मम्मी को सब कुछ सच सच बता दूँगी. साथिओं मेरे पास उनके घर पर जाने के अलावा और कोई रास्ता नहीं था इसलिए में उसके घर पर चला तभी वो मुझसे बोली कि तुम्हारे अंकल 15 दिनों के लिए बाहर गये हुए है इसलिए अब तुम यहीं पर मेरे साथ रहना में तुम्हारी मम्मी से बात कर लूँगी.
फिर में बोला कि ठीक है आंटी, उसके बाद वो मुझसे बोली कि इधर आओ आज से में जो कुछ भी तुमसे कहूँगी तुम वो सब करोगे और फिर उसने मुझसे कहा कि अब जल्दी से मेरे पैर दबाओ और मैंने उसके पैर दबाए. फिर आंटी बोली कि इधर देखो तुम बहुत ही भोले हो और उसने बोला मैंने तुम्हे किस लिए बुलाया है क्या तुम्हे पता है? तो मैंने कहा कि नहीं.
फिर उसने कहा कि मेरे पीछे आओ और में चला गया वो मुझे दूसरे रूम में ले गई और अब वो मुझे अपने बेड पर बैठाकर वो खुद मेरी जांघो पर बैठकर मुझे किस करने लगी. अब मैंने पूछा कि यह सब क्या है आंटी? तो वो तुरंत बोली कि तुम उस दिन कर रहे थे वो सब बहुत अच्छा था, साथिओं मैंने कुछ नहीं बोला बिल्कुल चुपचाप उनकी बातें सुनता रहा और अब वो मुझसे बोली कि जल्दी से करो, में बोला कि आंटी में अब तक वर्जिन हूँ और में इसके बारे में कुछ नहीं जानता, तो वो बोली कि कोई बात नहीं, आज में तुम्हे वो सब कुछ सिखाती हूँ और फिर हम दोनों किस करने लगे और वो अपनी जीभ मेरे मुहं में डालकर चूसने लगी. में कहने लगा कि आंटी आप बहुत गंदी हो. अब वो मुझसे बोली कि तुम्हारी बात किसी को ना बताने के लिए तुम्हे भी यह सब कुछ करना होगा और में भी अब उन्हें किस करने लगा.
मैंने भी अपनी जीभ को उसके मुहं में डाल दिया और हम दोनों एक दूसरे के मुहं को भी चूमने लगे, सच में साथिओं मुझे बहुत मज़ा आ रहा था, लेकिन वो सब बहुत ही गंदा था और हम करीब 15 मिनट तक लगातार किस करते रहे. फिर कुछ देर बाद उसने मेरी शर्ट को खोल दिया और मुझे चूमती रही और कुछ देर बाद में मेरी जीन्स को भी उसने उतार दिया. में अब सिर्फ़ अपनी अंडरवियर में था और अब तक मेरा लंड खड़ा हो चुका था, लेकिन अब तक आंटी ने अपने एक भी कपड़े नहीं उतारे थे.
फिर मैंने थोड़ी हिम्मत करके उसकी ड्रेस के हुक को खोल दिया तो वो मुझसे बोली कि मैंने अभी तक तुम्हे मेरे कपड़े उतारने की अनुमति नहीं दी है तो में चुपचाप लेटा रहा और उसने मेरी अंडरवियर को उतार दिया तभी वो मेरा लंबा, मोटा लंड देखकर बिल्कुल चकित रह गई और उसका पूरा मुहं खुला का खुला रह गया. वो मुझसे बोली कि इतना मोटा लंड तो तेरे अंकल का भी नहीं है वाह मज़ा आ गया और अब वो मेरे लंड को हाथ में लेकर सहलाने लगी और धीरे धीरे हिलाने लगी.
मैंने कहा कि आंटी आप इसे अपने मुहं में डालो ना प्लीज, तो वो बोली कि नहीं तो मैंने बोला कि प्लीज लो ना सेक्सी फिल्म में भी तो लंड को अपने मुहं में लेते है. फिर वो बोली कि मैंने आज तक एक बार भी लंड को मुहं में नहीं लिया है, मैंने कहा कि प्लीज तो आज लो ना पहली बार, मेरा लंड बहुत स्वादिष्ट है और फिर वो बोली कि ठीक है.
फिर उसने सबसे पहले मेरे लंड पर थूक लगाया और उसके बाद धीरे धीरे मुहं में लेना शुरू किया. साथिओं में आप सभी को क्या बताऊँ कि वो क्या एहसास था? थोड़ी देर बाद वो पूरी तरह से गरम हो चुकी थी तो उसने मुझसे कहा कि वाह इसमे तो बहुत मज़ा आता है.
फिर मैंने कहा कि हाँ मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा है, लेकिन कुछ देर बाद उसने मेरे लंड को पागलों की तरह चूसना शुरू कर दिया और करीब दस मिनट तक मेरा लंड चूसा. उसके बाद वो मेरे ऊपर चड़ गई और मुझे फिर से किस करने लगी, मैंने उससे कहा कि अब तो मुझे आपके कपड़े उतारने की आज्ञा दे दो, वो बोली कि ठीक है.
फिर में उसके ऊपर आकर किस करने लगा और उसके बाद मैंने धीरे से उनकी ड्रेस और पजामा उतार दिया. अब वो मेरे सामने सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में थी और में उसकी ब्रा को उतारकर बूब्स को चूसने लगा. वो मेरे मुहं को अपने बूब्स पर दबाने लगी और कुछ देर बाद मैंने उसकी पेंटी को भी उतार दिया. वाह क्या मस्त गुलाबी चूत थी और में उसकी चूत को हाथ से सहलाने लगा. वो बोली कि मेरी चूत को अपने मुहं में लो और मेरे बहुत बार मना करने के बाद भी मेरे मुहं को उसने अपने हाथों से उसकी चूत में दबा दिया, लेकिन तुरंत मैंने मुहं को ऊपर करके मैंने कहा कि यह बहुत गंदी बदबूदार है.
उसने मुझसे कहा कि तुम मेरी चूत को चाटो यह पहली बार है इसलिए तुम्हे ऐसा लग रहा है और तुम्हे ऐसा करने पर बहुत मज़ा आएगा. अब उसने एक बार फिर से मेरे मुहं को जबरदस्ती अपनी चूत पर दबा दिया और करीब 15 मिनट तक मैंने उसकी चूत को चाटा. उसके बाद मैंने उससे कहा कि अब तुम चुपचाप लेट जाओ और अब देखना में क्या करती हूँ? अब वो मेरे ऊपर आ गई उसने मेरे लंड को अपनी चूत के मुहं पर रखा और धीरे धीरे लंड को अपनी चूत में लेने लगी और जब पूरा लंड चूत में चला गया तो वो लगातार ऊपर नीचे होने लगी.
मैंने महसूस किया कि उसकी चूत बहुत गीली और गरम थी पहले भी बहुत बार चुदने की वजह से उसकी चूत में मेरा लंड हल्का सा, लेकिन बहुत आराम से रगड़ खाता हुआ अंदर चला गया. मेरा यह सेक्स पहली बार था इसलिए में जल्दी ही झड़ने वाला था मैंने कहा कि आंटी में अब झड़ने वाला हूँ, अब में क्या करूं?
फिर वो मुझसे बोली कि ठीक है तुम मेरी चूत में ही झड़ जाओ और कुछ देर बाद मेरा लंड झड़ गया. मैंने अपना पूरा वीर्य उनकी चूत में छोड़ दिया, वो मेरे ऊपर सो गई और मुझे किस करने लगी. फिर कुछ देर बाद वो मेरे लंड को चूसने लगी, जिसकी वजह से लंड एक बार फिर से तनकर खड़ा हो गया. अब वो मेरे नीचे आ गई और मुझसे कहने लगी कि अब तुम मुझे चोदो. में धीरे धीरे धक्के लगाने लगा वो पूरी तरह से गरम हो चुकी थी. उसके मुहं से अब आवाज़ आने लगी थी उहहह्ह्ह ओहह्ह्ह्ह चोदो मुझे आहह और ज़ोर से चोदो. फिर में अब बहुत तेज़ी से धक्के देकर चोदने लगा और उसे किस भी करने लगा.
कुछ देर बाद वो मुझसे बोली कि में तुम्हे एक और स्टाइल सिखाती हूँ, अब वो डॉगी स्टाईल में हो गई और उसने मुझसे बोला कि तुम मुझे पीछे से अपना लंड मेरी चूत में डालकर चोदो और अब में वैसे ही चोदने लगा, लेकिन मैंने महसूस किया कि उसकी गांड बहुत मोटी थी, जिसको देखकर मेरा मन उसकी तरफ ललचाने लगा, मैंने कहा कि आंटी में अब आपकी गांड भी मारना चाहता हूँ. तो वो मुझसे बोली कि नहीं, मैंने कहा कि प्लीज में एक बार उसको चोदकर उस मज़े को भी लेना चाहता हूँ. तभी वो बोली कि नहीं उसमे बहुत दर्द होता है, तुम लड़को को नहीं होता, लेकिन हमे तो बहुत दर्द होता है, फिर मैंने कहा कि प्लीज एक बार उसके बाद दोबारा कभी नहीं कहूँगा. अब वो बोली कि ठीक है, लेकिन थोड़ा रूको उसने फोन करके अपने पड़ोस में से एक भाभी जी को बुलाया और में उन्हें देखता ही रह गया. उसका नाम दीपिका था और अब वो दोनों बेडरूम में आ गई. में तो उसको देखकर बहुत हैरान हो गया और फिर आंटी ने मुझसे कहा कि तुम इसे चोदो.
तभी दीपिका ने उसके सभी कपड़ों को जल्दी से उतार दिया और हम दोनों 69 पोज़िशन में आ गए. उसने मेरे लंड को बहुत देर तक चूसा और वो अब डॉगी स्टाइल में आ गई. फिर मैंने उसके मुहं को चोदा में अब झड़ने वाला था तो दीपिका ने उसके मुहं में मेरा पूरा वीर्य ले लिया और चूसने लगी. में अब तक बहुत ज्यादा थक गया था इसलिए में तो दीपिका के ऊपर ही लेट गया. आंटी हमारे पास में लेट गयी और पांच मिनट लेटने के बाद दीपिका मुझे किस करने लगी और आंटी मेरा लंड चूसने लगी.
मेरा लंड कुछ देर चूसने हिलाने के बाद एक बाद फिर से खड़ा हो गया था. मैंने कहा कि आंटी में आपकी गांड मारना चाहता हूँ तो उसने दीपिका को इशारा किया, लेकिन में उसका वो इशारा समझ नहीं पाया. अब आंटी ने अलमारी में से कुछ बाहर निकाला, मैंने देखा तो वो कपड़ा था उसने मेरी आखों पर पट्टी बांध दी और मेरे हाथ और पैर को भी बेड से बांध दिए, मैंने उनसे पूछा कि आप यह सब क्या कर रहे हो? तो वो दोनों कुछ नहीं बोली और उसने मेरी कमर के नीचे एक तकिया रख दिया और वो दोनों मेरी गांड को चाटने लगी.
कुछ देर चाटने के बाद उसने मेरी गांड के छेद पर लोशन लगाया जिसकी वजह से मुझे बहुत ठंडा सा एहसास हुआ. अब उसने अपनी एक उंगली को मेरी गांड के छेद में डाल दिया, में चिल्लाने लगा तो दीपिका ने मेरी आँखो पर से उस पट्टी को हटा दिया और अब मैंने देखा कि उसने अपनी चूत को मेरे मुहं पर रख दिया. अब उसने मेरी गांड में अपनी दो उंगली को डाल दिया जिसकी वजह से मुझे बहुत दर्द हो रह था, लेकिन दीपिका की चूत मेरे मुहं में थी. तब आंटी ने मुझसे कहा कि हमे भी ठीक ऐसा ही दर्द होता है, उसने अब अपनी कमर पर एक रबड़ का लंड जो बेल्ट से बंधा हुआ था उसे पहनकर मेरी गांड में डाल दिया.
साथिओं मेरी गांड बहुत ही टाईट थी उसने धक्का मारकर अपना प्यारा लंड अंदर डाल दिया और अब वो आगे पीछे होने लगी. कुछ देर बाद में मुझे बहुत मज़ा आने लगा. दीपिका की चूत भी बहुत अच्छी थी, में उसकी चूत में अपनी जीभ को अंदर तक घुसाकर चूसने लगा. फिर करीब दस मिनट चोदने के बाद वो झड़ गई और में लगातार चूसता रहा. अब कुछ देर बाद आंटी मुझे किस करने लगी और दीपिका ने एक बड़ा सा लंड निकालकर मेरी गांड में डाल दिया तो मुझे बहुत दर्द हुआ.
करीब 3 घंटे तक रुक रुककर उन्होंने मुझे कई बार चोदा और उसके बाद उसने मुझे बेड से खोल दिया और मुझे एक बार डॉगी स्टाइल में भी चोदा. उसके बाद हम तीनों ने एक साथ किस किया और मैंने उन दोनों से भी किस करवाया. उसके बाद मैंने उनसे कहा कि अब में तुम दोनों की गांड मारता हूँ तो वो बोली कि ठीक है और फिर मैंने उन दोनों की गांड मारी, उस दिन में 6 बार झड़ गया था. फिर हम एक दूसरो के ऊपर लेट गये और 15 दिन तक हम तीनों ने इस तरह सेक्स का पूरा पूरा लुत्फ़ उठाया. उस बीच मैंने उन दोनों की गांड को भी बहुत बार मारा और चूत को भी, वो दोनों मेरी चुदाई से पूरी तरह से संतुष्ट नजर आने लगी थी. साथिओं यह थी मेरी चुदाई की सच्ची घटना.