मित्रों मै आप सब का हार्दिक अभिनंदन करता हु अपने बूर फाड् चुदाई की स्टोरी में 5 साल पहले की बात है, में एक कॉलोनी में रहता था जहाँ प्रज्ञा आंटी नई रहने आई थी. तब मुझे पता चला कि वो विधवा है और उसके दो बेटियाँ है, तब में उसको पसंद नहीं करता था, लेकिन उसने मेरे घरवालों से दोस्ती कर ली थी और मुझे अपना भाई बना लिया था, तब से में प्रज्ञा आंटी को अक्का कह कर बुलाता था और वो इडली का बिजनस करती थी. हमारे पूरे टाउन में वो और उसका इडली मशहूर था, लेकिन में तब भी उसे पसंद नहीं करता था. लेकिन फिर वो धीरे-धीरे जब भी मेरे घर आती थी, वो अपने आपको इस तरह से सजाकर आती थी कि मुझे उसे देखना पड़ जाता था, वो अपनी साड़ी का पल्लू बार-बार गिरा-गिरा के रखती थी, लेकिन एक दिन मैंने उसे नहाकर आते हुए टॉवल लपेटे हुए उसके घर में देख लिया और मुझे वो एक सेकेंड के लिए इतनी सेक्सी लगी कि मैंने अपने घर जा कर मुठ मार लिया, तब से वो रोजाना सेक्सी-सेक्सी साड़ी और नाइटी पहनकर रहती थी और में रोजाना मुठ मारता था. मै एक नंबर का आवारा चोदा पेली करने वाला लड़का हु मुझे लड़किया चोदना अच्छा लगता है.
ये कहानी पढ़ कर आपका लंड खड़ा नहीं हुआ तो बताना लड खड़ा ही हो जायेगा फिर एक दिन में उसके साथ एक ही ट्रेन में आ रहा था और में उसके कंधे पर अपना सिर रखकर सो गया. फिर जब ट्रेन से उतरने का टाईम आया तो मैंने अपने लंड को उसकी गांड के साथ सटा कर रखा और उसने मुझे देखा, लेकिन वो कुछ नहीं बोली. फिर मैंने सोचा कि उसे अच्छा लगा होगा, फिर एक दिन मेरे घर पर कोई नहीं था, तब में घर में अकेला था सब मुझे छोड़कर बाहर गये हुए थे, क्योंकि मुझे उस टाईम 12वीं क्लास की परीक्षा देनी थी. अब वो मुझे मेरे घर पर खाना देने आती थी, तब मैंने उससे बोला कि वो मेरे घर जब तक सब नहीं आ जाते तब तक सोए, तो वो मान गयी. क्या बताऊ दोस्तों उसको देखकर किसी लैंड टाइट हो जाये.
दोस्तों क्या मलाई वाला माल लग रहा था फिर एक दिन वो लाल साड़ी में सेक्सी बनकर सोने आई और आकर सीधे अपने कमरे में सो गयी और में दूसरे रूम में सोकर उसके बारे में सोचकर मुठ मार रहा था. तब वो टायलेट जाने के लिए उठी और टी.वी की लाईट जलती देख मेरे रूम में आई, तो उसने देखा कि में मुठ मार रहा था. फिर वो चुपचाप जाकर अपने कमरे में सो गयी और मैंने उसे देखा नहीं कि उसने मुझे देख लिया है. फिर थोड़ी रात हो जाने के बाद में .उसके बगल में जाकर सो गया और उसके बूब्स को दबाया और गांड में अपने लंड को सटा कर सो गया. फिर थोड़ी देर तक उसके साथ सो कर में फिर उठकर अपने बेड पर चला गया, लेकिन में सर्प्राइज़ हो गया कि इतना कुछ करने के बाद भी उसकी तरफ से कोई सिग्नल नहीं था. फिर एक दिन मुझे शॉक लगा कि उसका घर चेंज हो गया है, अब वो हमारे घर से 5 मीटर की दूरी के एक घर में रहती थी.
चुदाई की कहानी जरूर सुनना चाहिए मजे के लिए अब मुझे थोड़ा दुख भी हुआ कि अब में उसे रोजाना नहीं देख सकता हूँ, लेकिन मुझे खुशी भी हुई कि वो इतनी दूर चली गयी है, वहाँ बहुत सन्नाटा है और अगर में उसके यहाँ जाता भी हूँ तो मुझे कोई देख भी नहीं सकता है. फिर अचानक एक दिन ऐसा हुआ कि वो मेरी पसंद की एक सफ़ेद कलर की साड़ी पहनकर मेरे घर आई. तब में उसे देखकर आउट ऑफ कंट्रोल हो गया तो मैंने उस दिन डिसाइड कर लिया कि आज में उसे किसी भी हालत में चोद दूँगा और फिर मैंने उसका पीछा किया. फिर जब वो मेरे घर से निकली तो उसने मुझे देख भी लिया. फिर में उसके बगल में जाकर उसके साथ चलने लगा तो उसने मुझसे पूछा कि भाई कुछ काम है क्या? मेरे साथ जा रहा है, तो में बोला कि नहीं अक्का में बोर हो रहा था तो घूमने निकल गया और आपको जाते देखकर आपके पीछे आ गया. अब सुनिए चुदाई की असली कहानी.
वहा का माहौल बहुत अच्छा था मित्रों फिर हम लोग उसके घर पहुँचे, अब में उसको बाय बोलकर निकल ही रहा था कि उसने बोला कि आओ घर पर कुछ स्नेक्स ख़ा कर जाना तो में अंदर चला गया और देखा तो घर में उसकी दोनों बेटियाँ कोचिंग जाने वाली थी और वो तब ही कोचिंग गयी थी. फिर में अंदर गया और टी.वी देखने लगा. तभी वो किचन में गयी और मैंने उसके पीछे जाकर उसे पीछे से पकड़ लिया. उसने बोला कि छोड़ो, में बोला कि नहीं बहुत दिन तक रोक लिया आज नहीं, आज कुछ हो जाने दो. फिर उसने बोला कि मैंने तुम्हें अपने भाई जैसा देखा है, तो मैंने बोला कि नहीं आज कुछ नहीं, सिर्फ़ हम और तुम है. वहा जबरजस्त माल भी थी मित्रों.
ऐसे माहौल कौन नहीं रहना चाहेगा मित्रों अब में उसे उठा तो नहीं पाया, क्योंकि वो थोड़ी मोटी थी, लेकिन में उसे पकड़कर बेडरूम में ले गया और उसे बेड पर लेटा दिया और उसके ऊपर लेटकर उसके कपड़े खोलने लगा. फिर मैंने पहले उसे किस किया, फिर उसकी पूरी बॉडी पर बहुत सारे किस किए, फिर उसकी चूत में अपनी एक उंगली घुसा कर अंदर बाहर करने लगा. अब वो भी मेरा लंड पकड़कर मुठ मार रही रही थी. फिर मैंने उसे बहुत जोर से चोद दिया और तब हमारा सेक्स हो गया और उसकी दोनों बेटियाँ भी आ गयी, लेकिन कुछ दिन के बाद उसकी बड़ी बेटी जो कि कुछ 18 या 19 साल की थी, उसने उसकी माँ को मेरी गोदी में बैठकर मुझे किस करते हुए देख लिया और कुछ दिनों के बाद उसने मुझे सिड्यूस करना स्टार्ट किया. उह क्या मॉल था मित्रों गजब.
मेरा तो मन ही ख़राब हो जाता था मित्रों अब में दिनभर उसके घर में ही रहता था, अब जब उसके घर में कोई नहीं रहता था तब में प्रज्ञा को चोदता भी था, लेकिन उस दिन कुछ गजब हुआ, उसकी बेटी पूरी तरह से नंगी होकर बाथरूम का लॉक खोलकर नहा रही थी, तब मुझे टायलेट लगा तो में टायलेट करने गया और उसकी बेटी को पूरा नंगा देख लिया. उसके बाद से उसने मुझे सीधा सिड्यूस करना स्टार्ट किया. तब प्रज्ञा प्रेग्नेंट हो गयी थी, अब वो मेरे बच्चे की माँ बनने वाली थी इसलिए में उसको चोद नहीं पा रहा था. फिर तभी एक रात मैंने उसकी बेटी के बेडरूम में जाकर उसकी वर्जिनिटी तोड़ दी, उसे सहलाने लगा, उसका बूब्स दबाया, उसकी चूत को चाटा, फिर उसकी चूत में उंगली की. कुछ भी हो माल एक जबरजस्त था.
उसको देखकर किसी का मन बिगड़ जाये फिर उसने भी मेरा लंड पकड़कर हिलाया, फिर चूसा. फिर मैंने उसके पूरे कपड़े खोल दिए और उसे चोदने लगा, तो अब वो अम्मा-अम्मा करके चिल्लाने लगी तो प्रज्ञा उठकर आ गयी और बेडरूम के बाहर से सब सुनने लगी. अब हम हमारा काम ख़त्म करके एक साथ सोए हुए थे, फिर थोड़ी देर के बाद में उठकर चला गया और प्रज्ञा के बगल में सो गया. फिर सुबह होते ही प्रज्ञा ने मेरे साथ बाथ किया और बोला कि में बच्चा गिराकर फेमिली प्लानिंग ऑपरेशन करवा लूँगी और झानशी को आगे की पढ़ाई पढ़ने के लिए हॉस्टल भेज दूँगी. तो मैंने पूछा कि क्यों? लेकिन उसने कुछ जवाब ना देते हुए अपनी दोनों बेटियों को हॉस्टल में डाल दिया. अब में जहाँ अभी जॉब करता हूँ किसी को बिना बोले अभी वो मेरे साथ रहती है, अब हम लोग एक साथ रहते है और अब में उसकी बेटी से मिलने जाता हूँ और प्रज्ञा को बिना बताए चोदकर आता हूँ. उह भाई साहब की माल है उसकी चुत की बात ही कुछ और है मित्रों मेरा तो मानना है जब भी चुत मारनी हो बिना कंडोम के ही मारो तभी ठीक नहीं सब बेकार.